नयी दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर परेड के जरिए प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने चार प्राथमिकियां दर्ज की हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘मंगलवार को पूर्वी जिले में तीन और शाहदरा जिले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई।’’ गणतंत्र दिवस पर आयोजित किसानों की ट्रैक्टर परेड का लक्ष्य कृषि कानूनों को वापस लेने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग करना था।
दिल्ली पुलिस ने राजपथ पर समारोह समाप्त होने के बाद तय रास्ते से ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति भी दी थी, लेकिन हजारों की संख्या में किसान समय से पहले विभिन्न सीमाओं पर लगे अवरोधकों को तोड़ते हुए दिल्ली में प्रवेश कर गए। कई जगह पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई और पुलिस को लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोलों का सहारा लेना पड़ा।
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किसानों का एक समूह लाल किला भी पहुंच गया और वहां गुंबद पर तथा ध्वजारोहण स्तंभ पर झंडे लगा दिए। इस स्तंभ पर केवल राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है। गौरतलब है कि ट्रैक्टर परेड के दौरान हंगामा, तोड़फोड़ आदि का केन्द्र रहे आईटीओ पर ट्रैक्टर पलट जाने से एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गईं। शहर पुलिस ने एक बयान में कहा कि प्रदर्शन कर रहे किसानों ने ट्रैक्टर परेड के लिए पहले से तय शर्तों का उल्लंघन किया है।
दिल्ली पुलिस के जन संपर्क अधिकारी ई. सिंघल ने कहा, ‘‘किसानों ने तय समय से पहले ट्रैक्टर परेड शुरू कर दी। उन्होंने हिंसा और तोड़-फोड़ भी की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने वादे के अनुरुप सभी शर्तें मानी और अपनी ओर से पूरी कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक संपत्ति को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाया।’’