हैदराबाद, नौ जनवरी (भाषा) भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के समक्ष पेश होने से पहले भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामा राव ने बृहस्पतिवार को कहा कि जब वह पिछली सरकार में मंत्री थे, तब उनका एजेंडा हैदराबाद को एक गतिशील एवं महत्वपूर्ण केंद्र बनाना था, क्योंकि दुनिया इस ओर बढ़ रही है और ‘फॉर्मूला-ई रेस’ उसी महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण का एक हिस्सा थी।
राव को केटीआर के नाम से भी जाना जाता है। उन्हें एसीबी ने ‘फॉर्मूला-ई रेस’ के आयोजन के लिए कथित ‘‘अनधिकृत’’ भुगतान से संबंधित मामले में पूछताछ के लिए बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे बुलाया था।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत में एक प्रतिष्ठित आयोजन कराने के लिए अथक प्रयास किया, ताकि हैदराबाद और तेलंगाना की ‘ब्रांड’ छवि को वैश्विक स्तर पर बढ़ाया जा सके। एजेंडा हैदराबाद को स्थायी गतिशीलता वाला महत्वपूर्ण केंद्र बनाना था, क्योंकि दुनिया इस दिशा में आगे बढ़ रही है। ‘फॉर्मूला-ई रेस’ इस महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण को साकार करने के प्रयास का एक हिस्सा थी।’’
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य ‘टीएमवी (तेलंगाना मोबिलिटी वैली) क्लस्टर’ को नवाचार, अनुसंधान और इलेक्ट्रिक वाहनों के विनिर्माण का केंद्र बनाना है, जिससे रोजगार और राजस्व का सृजन होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘क्षुद्र राजनीति से प्रेरित छोटी सोच वाले लोग शायद इनमें से कुछ भी कभी नहीं समझ पाएंगे, लेकिन मुझे विश्वास है कि तेलंगाना के लोग जो सब कुछ देख रहे हैं, वे हमारी सच्चाई और इस दृष्टिकोण को समझेंगे। सत्य और न्याय की हमेशा जीत होती है।’’
बाद में राव ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने ‘फॉर्मूला-ई रेस’ मामले में कुछ भी गलत नहीं किया है और उनका प्रयास हैदराबाद की ‘ब्रांड’ छवि को बेहतर बनाना था।
उन्होंने कहा कि पिछली बीआरएस सरकार के दौरान मंत्री के रूप में उन्होंने मौजूदा कांग्रेस मंत्रियों की तरह कोई भ्रष्टाचार नहीं किया।
उन्होंने कहा, ‘‘आखिरकार सच्चाई सामने आ ही जाएगी। हम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बोलना जारी रखेंगे।’’
राव ने मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी और मंत्रियों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा दर्ज किए गए मामले बीआरएस का ध्यान सार्वजनिक मुद्दों और पार्टी के चुनावी वादों पर बोलने से नहीं हटा पाएंगे।
उन्होंने कहा कि बीआरएस तब तक लड़ाई जारी रखेगी जब तक तेलंगाना कांग्रेस के चंगुल से मुक्त नहीं हो जाता।
एसीबी ने 19 दिसंबर को राव के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उन पर आरोप है कि पिछली सरकार के दौरान फरवरी 2023 में ‘फॉर्मूला-ई रेस’ आयोजित करने के लिए कथित तौर पर भुगतान किया गया था। इनमें से अधिकांश भुगतान बिना मंजूरी के विदेशी मुद्रा में किया गया था।
यह मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की आपराधिक हेराफेरी, आपराधिक कदाचार, आपराधिक विश्वासघात और आपराधिक षड्यंत्र से संबंधित धाराओं के तहत दर्ज किया गया था। आरोप है कि इसके कारण सरकारी खजाने को लगभग 55 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
‘फॉर्मूला-ई रेस’ फरवरी 2024 में भी आयोजित होनी थी, लेकिन दिसंबर 2023 में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद इसे रद्द कर दिया गया।
पिछली बीआरएस सरकार के दौरान नगर प्रशासन मंत्री रहे राव को भी हैदराबाद में रेस के आयोजन में कथित अनियमितताओं के बारे में पूछताछ के लिए ईडी ने 16 जनवरी को तलब किया था।
प्राथमिकी में अब विधायक राव को मुख्य आरोपी बनाया गया है, जबकि वरिष्ठ आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी अरविंद कुमार और सेवानिवृत्त नौकरशाह बीएलएन रेड्डी को क्रमशः आरोपी नंबर दो और तीन बनाया गया है।
भाषा सुरभि मनीषा
मनीषा
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