बेंगलुरु। कर्नाटक में ऐम्बिडेंट ग्रुप से जुड़े करीब 600 करोड़ के पॉन्जी घोटाले में बीजेपी नेता और राज्य के पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी को बेंगलुरु सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त थे, साथ ही पैसों के गैर कानूनी लेन-देन में मुख्य आरोपी की मदद की है। उनके साथी महफूज अली खान को भी गिरफ्तार किया गया है। अदालत ने रेड्डी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज गया है।
रेड्डी शनिवार को जांच एजेंसी के समक्ष पेश हुए थे। उन्हें रविवार को फिर से पेश होने कहा गया था इससे पहले उन्होंने जांच अधिकारी डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस एस गिरीश को हटाने की अपील की थी। क्राइम ब्रांच पहले से ही रेड्डी को गिरफ्तार करने की तैयारी में थी। क्राइम ब्रांच ने बताया कि रेड्डी की गिरफ्तारी भरोसेमंद सबूतों और गवाहों के बयान के आधार पर की गई है। गिरफ्तार करने के बाद रेड्डी की पहले मेडिकल जांच करवाई गई और फिर अदालत में पेश किया। अदालत ने मामले में रेड्डी को 24 नवंबर तक के लिए ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है।
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अब तक की तफ्तीश में ये बात सामने आई थी कि रेड्डी और खान ने मिलकर ऐम्बिडेंट मार्केटिंग से 18 करोड़ रुपए का 57 किलो सोना लिया। कहा गया कि यह सोना प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों से ऐम्बिडेंट के प्रमोटर सैयद अहमद फरीद को छूट देने की बात करने के बदले लिया गया था। जांच अधिकारी गिरीश को हटाने की मांग पर पुलिस के आला अफसरों का मानना है कि गिरीश के खिलाफ उनके एक्शन से उनकी बौखलाहट दिखाई देती है।