नई दिल्ली। गुजरात के पूर्व गृह राज्य मंत्री विपुल चौधरी को 14.80 करोड़ डेयरी घोटाला मामले में रविवार सुबह पुलिस ने उनके आवास से उठा ले गई।
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CID क्राइम के मुताबिक मामले में दूध सागर डेयरी के 1932 कर्मचारियों को बैंक खाते के जरिये बोनस जारी किया गया था। लेकिन बाद में उनसे 14.80 करोड़ वापस ले लिया गया। ट्रिब्यूनल ने निश्चित समय अवधि में विपुल चौधरी के 9 करोड़ वापस करने के लिए आदेश दिए थे।
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सीआईडी के मुताबिक चौधरी को 22 करोड़ रुपये का 40 फीसदी वापस करने को कहा गया था, क्योंकि डेयर को 22 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन से बिना सलाह मवेशियों का चारा महाराष्ट्र भेज दिया गया था।
हालांकि विपुल चौधरी ने इस बीच दावा किया है कि अकाल पीड़ित महाराष्ट्र में मवेशी चारा भेजने को घोटाला नहीं कहा जा सकता है। चौधरी ने यह भी दावा किया कि उन्होंने 40 प्रतिशत राशि लौटा दी थी। उनका दावा है कि उन्होंने अपनी जमीन की बिनाह पर कर्ज लेकर यह राशि लौटाई है।