तिरुवनंतपुरम, छह जनवरी (भाषा) केरल में विपक्षी दल कांग्रेस ने वन कार्यालय पर हमले के सिलसिले में निर्दलीय विधायक पी.वी. अनवर की गिरफ्तारी को लेकर राज्य की वामपंथी सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि पुलिस कार्रवाई के पीछे बड़ी साजिश है।
कांग्रेस ने मांग की कि गिरफ्तारी की राजनीतिक परिस्थितियों को स्पष्ट किया जाए। भारी पुलिस बल के बीच रविवार देर शाम विधायक को उनके आवास के पास गिरफ्तार कर लिया गया।
इस कार्रवाई को नीलांबुर विधायक के खिलाफ ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ करार देते हुए कांग्रेस ने यह भी कहा कि प्रदर्शनकारियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार करना ‘‘अस्वीकार्य’’ है। सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने हाल में अनवर से नाता तोड़ लिया था।
नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीशन ने सोमवार को एक बयान में आरोप लगाया कि पिनराई विजयन सरकार राज्य विधानसभा में तोड़फोड़ करने वालों को बचा रही है और गंभीर मुद्दों पर आवाज उठाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध के तहत अनवर को गिरफ्तार किया गया। इसके पीछे बड़ी साजिश है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि कि अनवर को गिरफ्तार कर सरकार यह संदेश दे रही है कि विजयन और उनके साथियों का विरोध करने वाले किसी भी व्यक्ति का यही हश्र होगा।
सतीशन ने निर्दलीय विधायक के निर्वाचन क्षेत्र में जंगली हाथी के हमले में एक आदिवासी व्यक्ति की मौत को लेकर अनवर और उनके सामाजिक संगठन ‘डेमोक्रेटिक मूवमेंट ऑफ केरल’ (डीएमके) के कार्यकर्ताओं द्वारा शनिवार शाम किए गए विरोध प्रदर्शन को भी उचित ठहराया।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रमुख के. सुधाकरन ने भी अनवर की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि वह एक राजनीतिक कार्यकर्ता हैं, कोई वांछित अपराधी नहीं हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पुलिस ने रविवार रात विधायक को गिरफ्तार करने में अनावश्यक जल्दबाजी दिखाई और इसके पीछे व्यापक राजनीतिक साजिश साफ तौर पर दिखाई दे रही है।
आदिवासी व्यक्ति की मौत पर विरोध प्रदर्शन के बाद नीलांबुर में जिला वन कार्यालय (डीएफओ) में तोड़फोड़ करने के आरोप में अनवर को रविवार को गिरफ्तार किया गया।
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खारी सुभाष
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