भागलपुर । कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में इस समय लॉकडाउन चल रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 14 अप्रैल तक पूरे देश में सभी गतिविधियों को लॉकडाउन कर दिया गया है। बंदी के इस माहौल में लोगों ने बाहरी समाज से दूरियां बना ली हैं। सरकार की भी लोगों से यहीं अपील है कि वो घरों से बाहर न निकलें और ना ही घर पर किसी को बुलाएं । इन परिस्थितियों सबसे ज्यादा खामियाजा गरीबों-मजदूर वर्ग को उठाना पड़ रहा है। हालात ये हैं कि लोग कई दिनों से भूखे हैं। सबसे दर्दनाक तस्वीर बिहार के भागलपुर से सामने आई हैं। भागलपुर में जहां कुत्ते के मुंह से महिला द्वारा रोटी छीनने की घटना सामने आई है, वहीं इसी इलाके में तीन अनाथ बहनों को पेट की आग बुझाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से गुहार लगानी पड़ी।
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दरअसल कोरोना संक्रमण की वजह से पूरा बिहार में लॉकडाउन की स्थिति है। इन दिनों भागलपुर में एक ही परिवार की तीन अनाथ बहनों की रोजी-रोटी छिन गई है। इस अनाथ परिवार की तीन बहनें दूसरों के घरों में काम कर अपना पेट पालती थीं। लेकिन लॉकडाउन की वजह से उनका काम छूट गया और वो तीनों बहनें भुखमरी की कगार पर पहुंच गईं हैं।
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तीन दिनों से भूखी प्यासी रहने के बाद तीनों बहनों को समझ नहीं आ रहा था कि वो किससे खाना मांगन जाएं, दरअसल गरीबों की इस बस्ती में अधिकतर घरों में हालात एक जैसे ही हैं। इस बीच उन्हें उम्मीद की एक किरण अखबार में नजर आई, जहां किसी भी मुश्किल हालात में कॉल करने के लिए एक नंबर दिया गया था। कुछ ना समझ में आता देख इस परिवार की बड़ी बहन गीता ने उस पीएमओ के नंबर पर फोन कर अधिकारियों को तीन दिन से भूखा होने की जानकारी दी।
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पीएमओ से भागलपुर के स्थानीय प्रशासन को फोन आने के बाद जिले में हड़कंप मच गया। भागलपुर के जगदीशपुर अंचल के सीओ ने आपदा विभाग को फौरन इसकी जानकारी दी, जिसके बाद अधिकारी राशन-खाना लेकर तीनों बहनों के घर पहुंच गए। अधिकारियों ने पहले तीनों बहनों को भरपेट भोजन करवाया, जानकारी के मुताबिक इस घर में अनाज की भी व्यवस्था की गई है।