जम्मू-कश्मीर में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने पर ध्यान केंद्रित जा रहा है: सैन्य कमांडर |

जम्मू-कश्मीर में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने पर ध्यान केंद्रित जा रहा है: सैन्य कमांडर

जम्मू-कश्मीर में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने पर ध्यान केंद्रित जा रहा है: सैन्य कमांडर

:   Modified Date:  October 25, 2024 / 05:50 PM IST, Published Date : October 25, 2024/5:50 pm IST

उधमपुर, 25 अक्टूबर (भाषा) सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एम. वी. सुचिन्द्र कुमार ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति, समृद्धि और सुरक्षा का बेहतर माहौल सेना और अन्य एजेंसियों के ठोस और समन्वित प्रयासों का नतीजा है।

कश्मीर में आतंकवादी हमलों में हाल में हुई वृद्धि पर उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को श्रीनगर में एकीकृत मुख्यालय की बैठक में इस संबंध में चर्चा की गई और रणनीति तैयार की गई। लेकिन उन्होंने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया।

उन्होंने हालांकि कहा कि हिंसा के चक्र को तोड़ने, आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को समाप्त करने, युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने, शिक्षा की सुविधा प्रदान करने, खेलों को बढ़ावा देने और क्षेत्र की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।

सेना के कमांडर ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘इस रणनीति का मूल उद्देश्य नागरिकों और सैनिकों के बीच संबंधों को मजबूत करना है, साथ ही राष्ट्रवादी और मुख्यधारा की सोच को प्रोत्साहित करना है, खासकर युवाओं के बीच।’’

उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल पिछले पांच वर्षों में जम्मू-कश्मीर में 720 आतंकवादियों को मार गिराने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक ​​बचे हुए आतंकवादियों का सवाल है, विभिन्न एजेंसियां ​​आंकड़े अद्यतन करती रहती हैं। यह 120 से 130 के बीच है। अब भर्ती के आंकड़े एकल अंकों में हैं… और यह अपने सबसे निचले स्तर पर है।’’

उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ रोधी तंत्र और आंतरिक इलाकों में आतंकवाद रोधी अभियानों से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास का माहौल बना है।

कुमार ने कहा, ‘‘हमारी सफलताओं से दुश्मन हताश है। उनका उद्देश्य आतंकवादियों को सीमा पार कराना है, लेकिन हमने घुसपैठ के प्रयासों को विफल कर दिया है। उनका लक्ष्य लोगों में भय पैदा करना है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।’’

उन्होंने कहा कि शांति, समृद्धि और बेहतर सुरक्षा स्थिति भारतीय सेना और अन्य सभी एजेंसियों और हितधारकों के ठोस और समन्वित प्रयासों के कारण है। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय सेना केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए प्रयास करती रहेगी।’’

जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि विभिन्न एजेंसियां ​​वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए अभियान चला रही हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ग्राम रक्षा समूहों (वीडीजी) ने दशकों से दूरदराज के इलाकों की सुरक्षा सुनिश्चित की है। छह सौ से अधिक वीडीजी स्थापित करने के साथ ही उन्हें 10,000 आधुनिक हथियार प्रदान किए जा रहे हैं। उन्हें प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।’’

कश्मीर में आतंकवादी हमलों के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को श्रीनगर में एकीकृत मुख्यालय की बैठक में इस संबंध में चर्चा तथा इन खतरों से निपटने के लिए रणनीति तैयार की गई।

भाषा

देवेंद्र नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)