गुवाहाटी, 20 जनवरी (भाषा) लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की एक हालिया टिप्पणी को ‘‘देश की संप्रभुता के लिए खतरा’’ बताते हुए उनके विरूद्ध असम में प्राथमिकी दर्ज की गई है। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक स्टंट करार दिया है।
पुलिस ने बताया कि पिछले हफ्ते नई दिल्ली में कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के दौरान पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर अधिवक्ता मोनजीत चेतिया ने शनिवार शाम को यहां पानबाजार पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
चेतिया का आरोप है कि गांधी ने अपने भाषण में कहा था कि ‘‘भाजपा और आरएसएस ने हर संस्था पर कब्जा कर लिया है और अब हम भाजपा, आरएसएस के साथ ही ‘इंडियन स्टेट’ (भारतीय राज व्यवस्था) से लड़ रहे हैं।’’
अधिवक्ता ने दावा किया कि कांग्रेस नेता ने ये टिप्पणियां ‘‘जानबूझकर और सोची-समझी मंशा के साथ ‘इंडियन स्टेट’ की संप्रभुता और अखंडता को कमजोर करने और लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार के खिलाफ विद्रोह भड़काने’’ के लिए कीं।
चेतिया ने शिकायत में दावा किया, ‘‘लोकतांत्रिक तरीकों से जनता का विश्वास हासिल करने में असमर्थ यह आरोपी अब केंद्र सरकार और ‘इंडियन स्टेट’ के खिलाफ असंतोष भड़काना चाहते हैं।’’
भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 152 और 197(1)(डी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
बीएनएस धारा 152 में उन कृत्यों को लेकर दंड का प्रावधान है जो विभिन्न माध्यमों से भारत की संप्रभुता, एकता या अखंडता को खतरे में डालते हैं।
धारा 197(1)(डी) भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता या सुरक्षा को खतरे में डालने वाली झूठी या भ्रामक जानकारी से संबंधित है।
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए असम विधानसभा में विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया ने कहा, ‘‘राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी एक राजनीतिक स्टंट है। विपक्षी आवाज को धमकाने के लिए भाजपा की ओर से किसी ने मामला दर्ज कराया है।’’
गांधी की टिप्पणी का बचाव करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कई मामलों में प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई जैसी एजेंसियों ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के इशारे पर काम किया है।
उनका कहना था, ‘‘यहां तक कि चुनाव आयोग ने भी मतदान केंद्र-वार मतदान डेटा की जानकारी देना बंद कर दिया है। इससे राहुल गांधी जी की वो बातें साबित होती हैं कि हम राज्य मशीनरी के खिलाफ भी लड़ रहे हैं, जिसे तटस्थ माना जाता है, जिसे भाजपा द्वारा एक राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।’’
राहुल गांधी ने गत 15 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी के कोटला रोड पर 9ए स्थित कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के बाद पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘यह मत सोचिए कि हम निष्पक्ष लड़ाई लड़ रहे हैं। इसमें कोई निष्पक्षता नहीं है। यदि आप मानते हैं कि हम भाजपा नामक एक राजनीतिक संगठन से लड़ रहे हैं या हम आरएसएस नामक एक राजनीतिक संगठन से लड़ रहे हैं तो आप नहीं समझ पाए हैं कि क्या हो रहा है।’’
उन्होंने कहा था, ‘‘भाजपा और आरएसएस ने हमारे देश के प्रत्येक संस्थान पर कब्जा कर लिया है। अब हम सिर्फ भाजपा नामक राजनीतिक संगठन और आरएसएस से नहीं, बल्कि ‘इंडियन स्टेट’ से भी लड़ रहे हैं।’’
भाषा हक प्रशांत
प्रशांत
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)