फैशन डिजाइनर को स्वर्ण मंदिर में योग करने पर धमकियां मिलने के बाद पुलिस सुरक्षा दी गयी |

फैशन डिजाइनर को स्वर्ण मंदिर में योग करने पर धमकियां मिलने के बाद पुलिस सुरक्षा दी गयी

फैशन डिजाइनर को स्वर्ण मंदिर में योग करने पर धमकियां मिलने के बाद पुलिस सुरक्षा दी गयी

:   Modified Date:  June 24, 2024 / 04:13 PM IST, Published Date : June 24, 2024/4:13 pm IST

वडोदरा (गुजरात), 24 जून (भाषा) वडोदरा की एक फैशन डिजाइनर को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में योग करने के बाद जान से मारने की धमकियां मिलने के चलते पुलिस की सुरक्षा मुहैया करायी गयी है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

फैशन डिजाइनर और सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर अर्चना मकवाना ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून को स्वर्ण मंदिर में ‘शीर्षासन’ किया और इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दीं। इसके बाद आलोचनाओं के घेरे में आईं मकवाना को जान से मारने की धमकियां भी मिलीं।

मकवाना ने अपने कृत्य के लिए माफी मांगी और कहा कि उनका इरादा कभी भी किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का नहीं था।

पंजाब पुलिस ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की शिकायत पर रविवार को मकवाना पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295-ए (किसी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण इरादा) के तहत मामला दर्ज किया।

शीर्ष गुरुद्वारा संस्था एसजीपीसी ने अपने तीन कर्मचारियों को कर्तव्य में लापरवाही के कारण निलंबित कर दिया है।

वडोदरा पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया, ‘‘मकवाना को रविवार से एक हफ्ते की अवधि के लिए स्थानीय स्तर पर पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करायी गयी है जिसे जरूरत होने पर बढ़ाया जा सकता है।’’

सोशल मीडिया पर पोस्ट तस्वीरों के लिए आलोचनाओं के बाद मकवाना ने उन्हें हटा दिया और एक वीडियो पोस्ट कर माफी मांगी। मकवाना ने कहा कि उन्होंने एकता तथा फिटनेस का संदेश फैलाने के लिए पवित्र स्थल पर योग किया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने योग दिवस पर आभार व्यक्त करने के लिए शीर्षासन किया न कि किसी की भावनाओं को आहत करने के लिए। मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था। मुझे बुरा लगा कि आपको बुरा लगा है। मेरा धार्मिक भावनाओं को आहत करने का कोई इरादा नहीं था। मैं माफी मांगती हूं…. मुझे गलत समझा गया। मुझे जान से मारने की धमकियां मिली हैं और मेरे लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया है।’’

उन्होंने सुरक्षा मुहैया कराने के लिए वडोदरा पुलिस का भी आभार जताया।

भाषा गोला मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)