नई दिल्ली। Kisan Andolan News : अब किसान एक बार फिर केंद्र सरकार की चिंता बढ़ाने वाले हैं। किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से इसका ऐलान किया गया है। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर किसानों की ओर से देशभर में ट्रैक्टर मार्च की घोषणा की गई है। किसानों से संघु और शंभु समेत दिल्ली के लगते बॉर्डर पर पहुंचने की अपील की गई है।
Kisan Andolan News : बता दें कि दिल्ली कूच करने के लिए शंभू और खनौरी बार्डर पर किसान जुट रहे हैं। वे अपने साथ छह माह का राशन लेकर आ रहे हैं। प्राइवेट बिल के लिए राहुल व अखिलेश को लिखा पत्र किसान नेताओं ने कहा कि 22 जुलाई को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान मजदूर मोर्चा का संयुक्त सम्मेलन नई दिल्ली में होगा। दोनों मोर्चों ने राहुल गांधी, अखिलेश यादव समेत विपक्ष के तमाम नेताओं से मुलाकात के लिए पत्र लिखा है।
उनसे मुलाकात कर संसद के आगामी सत्र में एमएसपी गारंटी कानून समेत किसानों की तमाम मांगों पर प्राइवेट बिल लाने की मांग की जाएगी। आने वाले दिनों में हरियाणा में घर-घर जाकर दोनों मोर्चों के पदाधिकारी किसानों व मजदूरों को जागरूक करेंगे।
दोनों किसान संगठनों की ओर से कहा गया कि जिला मुख्यालयों पर सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा।
1 अगस्त को मोदी सरकार की अर्थी जलाएंगे।
1 अगस्त को न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी लीगल गारंटी को लेकर जिला हैडक्वार्टर पर किसान प्रदर्शन करेंगे।
15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। इसके अलावा नए क्रिमिनल कानूनों की कॉपी जलाई जाएगी।
31 अगस्त को शंभु बॉर्डर पर 200 दिन पूरे हो जाएंगे। उस दिन सभी किसानों से अपील की गई है कि वो बॉर्डर पर पहुंचे।
1 सितम्बर को उत्तर प्रदेश के सम्भल जिले में बड़ी रैली की जाएगी।
15 सितंबर को हरियाणा के जींद में और 22 सितंबर को हरियाणा के पीपली में किसानों की बड़ी रैली निकाली जाएगी।
किसान आंदोलन में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के आरोपी आशीष मिश्रा को बेल देने की निंदा की जाएगी।