दिल्ली: किसान आंदोलन को लेकर संगठनों ने मंगलवार को नई रणनीति बनाई है। किसानों ने तय किया है कि अब तहसील स्तर पर किसान संगठन प्रदर्शन करेंगे, साथ ही मृतक किसानों को श्रद्धांजलि देंगे। 20 दिसंबर को मृतक किसानों के गृह जिले में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।
किसान नेता प्रकट सिंह ने बताया कि कृषि कानून की वापसी पर संगठन अड़े हुए हैं। किसान संगठन बातचीत को तैयार हैं। सरकार ठोस एजेंट के साथ बात करें। सरकार की नीयत और नीति दोनों ही सही नहीं है। किसानों के साथ सरकार छल कर रही है। उन्होंने आगे बताया कि पंजाब के 32 जत्थाबंदियों की बैठक हुई थी। बैठक के बाद आंदोलन को तेज करने पर नई रणनीति बनाई गई है साथ ही बाकी राज्यों से भी आंदोलनकारी किसान बुलाए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। पंजाब, हरियाणा सहित कई राज्यों के किसानों का जत्था पिछले 20 दिनों से दिल्ली की सीमा पर डटा हुआ है। हालांकि सरकार और किसानों के बीच अब तक तीन बैठकें हो चुकी है, लेकिन सभी बेनतीजा रहे। सरकार ने किसानों को कानून में संशोधन के लिए प्रस्ताव भी दिया है, लेकिन किसानों ने उसे ठुकरा दिया। किसानों की मांग है कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द करे।
Read More: बीजेपी से बड़ा कोई चोर नहीं है, चंबल के डकैत हैं भाजपाई: सीएम ममता बनर्जी