हिमाचल में सेब की खेती में क्रांति लाने वाले किसान का पद्म श्री पुरस्कार के लिए चयन |

हिमाचल में सेब की खेती में क्रांति लाने वाले किसान का पद्म श्री पुरस्कार के लिए चयन

हिमाचल में सेब की खेती में क्रांति लाने वाले किसान का पद्म श्री पुरस्कार के लिए चयन

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Modified Date: January 26, 2025 / 05:48 PM IST
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Published Date: January 26, 2025 5:48 pm IST

शिमला, 26 जनवरी (भाषा) हिमाचल प्रदेश के एक प्रगतिशील किसान हरिमन शर्मा ने सेब की एक ऐसी किस्म विकसित करके खेती में क्रांति ला दी है, जिसे निचली पहाड़ी इलाकों में गर्म परिस्थितियों में उगाया जा सकता है।

पहले यह माना जाता था कि सेब केवल मध्यम और ऊंचे पहाड़ी इलाकों में ठंडी परिस्थितियों में ही उगाए जा सकते हैं।

हालांकि, शर्मा के आविष्कार ने इस मिथक को तोड़ दिया।

उन्होंने ‘एचआरएमएन 99’ किस्म विकसित की है जो 1,800 फुट की ऊंचाई पर भी फल उगा सकती है और फलों को नुकसान पहुंचाने वाली स्कैब नामक बीमारी से बचाती है।

बिलासपुर जिले के घुमारवीं के किसान शर्मा ने कहा कि यह एक अनोखा आविष्कार है जो न केवल भारत में बल्कि नेपाल, बांग्लादेश, जाम्बिया और जर्मनी जैसे देशों में भी लोकप्रिय हो गया है।

उन्होंने बताया कि अब तक एक लाख से ज्यादा बागवानों ने 14 लाख पौधे लगाए हैं। नेशनल इनोवेशन फ़ाउंडेशन ने अध्ययन और विस्तृत विकास के लिए इस किस्म को अपनाया है और 29 राज्यों में 33,000 पौधे लगाए हैं। शर्मा ने खुद 6,000 किसानों को 1.9 लाख से ज्यादा पौधे बांटे हैं।

शनिवार को शर्मा को पद्म श्री पुरस्कार देने की घोषणा की गई। उन्हें ‘अन्य (कृषि)’ श्रेणी में यह पुरस्कार दिया जाएगा। यह पुरस्कार कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाकर अनगिनत किसानों के जीवन को बदलने में उनके समर्पण और नवाचार के लिए एक सम्मान है।

इस साल पद्म पुरस्कार सूची में राज्य से उनका नाम शामिल है। सेब के अलावा, शर्मा अपने बगीचे में आम, कीवी और अनार की खेती भी करते हैं, जो एक किसान के रूप में उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है।

भाषा जोहेब रंजन

रंजन

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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