किसान नेता पंधेर ने डल्लेवाल मुद्दे पर पंजाब सरकार को घेरा |

किसान नेता पंधेर ने डल्लेवाल मुद्दे पर पंजाब सरकार को घेरा

किसान नेता पंधेर ने डल्लेवाल मुद्दे पर पंजाब सरकार को घेरा

:   Modified Date:  November 27, 2024 / 02:06 PM IST, Published Date : November 27, 2024/2:06 pm IST

चंडीगढ़, 27 नवंबर (भाषा) किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को खनौरी सीमा बिंदु से जबरन हटाने के लिए पंजाब सरकार पर बुधवार को फिर से निशाना साधा।

पंधेर ने यह भी कहा कि डल्लेवाल की जगह किसान नेता सुखजीत सिंह हरदोझंडे आमरण अनशन पर बैठे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘सुखजीत का आमरण अनशन दूसरे दिन भी जारी है।’’

किसानों की मांगों को लेकर मंगलवार से आमरण अनशन शुरू करने वाले डल्लेवाल (70) को खनौरी सीमा बिंदु पर विरोध स्थल से कथित तौर पर जबरन हटा दिया गया और स्वास्थ्य जांच के लिए उन्हें लुधियाना के दयानंद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (डीएमसीएच) ले जाया गया था।

पंधेर ने भगवंत मान सरकार पर निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि राज्य सरकार डल्लेवाल को वहां से हटाकर आंदोलन को ‘विफल’ करने के अपने प्रयास में असफल रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘डल्लेवाल की स्थिति कैसी है, कोई भी इसे स्पष्ट नहीं कर रहा है।’’

पंधेर ने कहा कि राज्य सरकार ने खनौरी सीमा बिंदु से डल्लेवाल को जबरन हटाने के संबंध में अभी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब के मुख्यमंत्री को राज्य के लोगों को डल्लेवाल को हटाने के संबंध में और यह क्यों किया गया इस बारे में बताना चाहिए।’’

पंधेर ने लोगों से बड़ी संख्या में खनौरी सीमा पर पहुंचने का आह्वान किया।

किसान नेता ने यह भी कहा वे देखेंगे कि सांसद मौजूदा संसद सत्र में फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी और कृषि ऋण माफी के मुद्दे उठाते हैं या नहीं।

पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मनदीप सिंह सिद्धू ने मंगलवार को कहा था कि प्रशासन डल्लेवाल के आमरण अनशन के मद्देनजर उनकी उम्र और स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है।

किसान, केंद्र सरकार से 10 दिनों के भीतर उनसे बातचीत करते हुए समस्याओं के निस्तारण करने की मांग कर रहे हैं। किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार ने 18 फरवरी के बाद से उनके मुद्दों पर उनसे कोई बातचीत नहीं की है।

उन्होंने इस बात को दोहराया कि प्रदर्शनकारी किसान छह दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे।

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर आमरण अनशन शुरू कर अपने आंदोलन को तेज करने की पहले ही घोषणा कर चुके हैं।

किसान पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 13 फरवरी से डेरा डाले हुए हैं, जब सुरक्षा बलों ने उन्हें दिल्ली की ओर मार्च करने से रोक दिया था।

भाषा यासिर मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)