नयी दिल्ली, 27 जनवरी (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की तीन दिवसीय यात्रा पर सोमवार को रवाना हुए।
जयशंकर की यात्रा का उद्देश्य यूएई जैसे प्रभावशाली खाड़ी देश के साथ भारत की व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और आगे बढ़ाना है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर दोनों देशों के बीच घनिष्ठ साझेदारी की समीक्षा के लिए यूएई के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘विदेश मंत्री जयशंकर अपनी इस यात्रा के दौरान यूएई के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर दोनों देशों के बीच घनिष्ठ साझेदारी की समीक्षा करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने के अवसर तलाशेंगे। ’’
बयान में कहा गया है कि यह यात्रा भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने तथा संबंधों को नयी गति देने का अवसर प्रदान करेगी।
जयशंकर की यात्रा के दौरान, दोनों पक्षों द्वारा इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौते के लागू होने के बाद गाजा में मौजूदा स्थिति की समीक्षा करने की भी उम्मीद है।
पिछले कुछ वर्षों में भारत-यूएई द्विपक्षीय संबंध काफी मजबूत हुए हैं।
अगस्त 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संयुक्त अरब अमीरात की ऐतिहासिक यात्रा के बाद, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध व्यापक रणनीतिक साझेदारी में तब्दील हुए हैं।
दोनों देशों द्वारा 2022 में व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद से द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों में बड़ा विस्तार हुआ है।
विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि जयशंकर अबू धाबी में आयोजित होने वाले रायसीना मिडिल ईस्ट संवाद सत्र के उद्घाटन सत्र में व्याख्यान भी देंगे।
भाषा रवि कांत रवि कांत मनीषा
मनीषा
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)