यूरोपीय संघ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के साथ मजबूत सहयोग के लिए प्रतिबद्ध |

यूरोपीय संघ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के साथ मजबूत सहयोग के लिए प्रतिबद्ध

यूरोपीय संघ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के साथ मजबूत सहयोग के लिए प्रतिबद्ध

:   Modified Date:  September 5, 2024 / 06:46 PM IST, Published Date : September 5, 2024/6:46 pm IST

नयी दिल्ली, पांच सितंबर (भाषा) यूरोपीय संघ (ईयू) हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्वतंत्र, खुली, समावेशी और नियम-आधारित समुद्री व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भारत के साथ मजबूत सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है। ईयू के दूत हर्व डेल्फिन ने बृहस्पतिवार को यह बात कही।

नयी दिल्ली में यूरोपीय संघ के दूत ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र को समुद्री आपूर्ति श्रृंखलाओं में इस क्षेत्र की भूमिका के मद्देनजर भारत और यूरोपीय संघ दोनों के लिए रणनीतिक महत्व का “महत्वपूर्ण केंद्र” बताया।

उन्होंने कहा, “हम स्वतंत्र, खुले, समावेशी और नियम-आधारित समुद्री व्यवस्था सुनिश्चित करने, साझा सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करने और क्षेत्र में शांति ‍ स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए भारत के साथ मजबूत सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

डेल्फिन की यह टिप्पणी द्विपक्षीय सुरक्षा और रक्षा संबंधों को मजबूत करने के लिए वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों द्वारा ब्रुसेल्स में यूरोपीय संघ के संस्थानों के दौरे के बाद आई है।

उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की बढ़ती निर्भरता और समुद्री आपूर्ति श्रृंखलाओं के महत्व के कारण हिंद-प्रशांत क्षेत्र भारत और यूरोपीय संघ दोनों के लिए रणनीतिक महत्व का एक महत्वपूर्ण केंद्र है।’’

भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में निरस्त्रीकरण एवं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामले प्रभाग के संयुक्त सचिव मौनपुई सीएवी ने किया।

यूरोपीय संघ के दूत ने कहा, “यह यात्रा सुरक्षा और रक्षा संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत और यूरोपीय संघ की साझा प्रतिबद्धता को उजागर करती है।”

डेल्फिन ने कहा कि समुद्री सुरक्षा एक साझा चिंता है तथा सहयोग के लिए मुख्य केंद्रबिंदु है, जैसा कि यूरोपीय संघ के नौसेना बल और भारतीय नौसेना द्वारा हिंद महासागर में अपने-अपने अभियानों में दर्शाया गया है।

भाषा प्रशांत माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)