‘फ्लेवर्स ऑफ राजस्थान’ में राज्य के पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ उठाएं |

‘फ्लेवर्स ऑफ राजस्थान’ में राज्य के पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ उठाएं

‘फ्लेवर्स ऑफ राजस्थान’ में राज्य के पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ उठाएं

:   Modified Date:  September 15, 2024 / 05:07 PM IST, Published Date : September 15, 2024/5:07 pm IST

नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) गट्टे की लजीज सब्जी हो या तीखा लाल मांस, गुरुग्राम के हयात रिजेंसी में आयोजित 10-दिवसीय खाद्य महोत्सव ‘फ्लेवर्स ऑफ राजस्थान’ पारंपरिक व्यंजनों और स्वाद-सुगंध की एक उत्कृष्ट शृंखला के माध्यम से राज्य की पाक कहानी से रू-ब-रू कराता है।

‘फ्लेवर्स ऑफ राजस्थान’ की परिकल्पना मशहूर शेफ कन्हैया लाल ने की, जो राज्य के नागौर जिले से आते हैं। यह खाद्य महोत्सव स्वादिष्ट मेन्यू और शाही माहौल के साथ राजस्थान की पाक एवं सांस्कृतिक परंपराओं की भव्यता का जश्न मनाता है।

कन्हैया लाल ने एक बयान में कहा, “यह महोत्सव राजस्थान की समृद्ध, विविध और शाही पाक परंपरा को प्रदर्शित करने का एक शानदार अवसर है। मैंने और मेरी टीम ने दिल से एक ऐसा मेन्यू तैयार किया है, जो इस क्षेत्र के प्रामाणिक स्वाद और सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाता है। मैं अपने मेहमानों को राजस्थानी व्यंजनों के असली सार का अनुभव कराने को लेकर उत्सुक हूं।”

बयान के मुताबिक, ‘फ्लेवर्स ऑफ राजस्थान’ में आगंतुक ‘दाल बाटी चूरमा’, ‘पापड़ मंगौड़ी की सब्जी’, ‘मेवाड़ी मटन करी’, ‘केर संगरी’, ‘घेवर’, ‘जलेबी और रबड़ी’, ‘राजस्थानी मावा कचौड़ी’, ‘अजमेर का पेड़ा’ और ‘गुलकंद काला जामुन’ जैसे लोकप्रिय राजस्थानी व्यंजनों का भी लुत्फ उठा सकते हैं।

यह महोत्सव 22 सितंबर को समाप्त होगा।

भाषा पारुल सुरेश

सुरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)