किताबी ज्ञान के बजाय सर्वांगीण विकास करने वाला हो शिक्षा का स्वरूप: शर्मा |

किताबी ज्ञान के बजाय सर्वांगीण विकास करने वाला हो शिक्षा का स्वरूप: शर्मा

किताबी ज्ञान के बजाय सर्वांगीण विकास करने वाला हो शिक्षा का स्वरूप: शर्मा

:   Modified Date:  June 30, 2024 / 12:24 AM IST, Published Date : June 30, 2024/12:24 am IST

जयपुर, 29 जून (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को कहा कि शिक्षा हमारे जीवन का आधार है जो हमें चुनौतियों का मुकाबला करने और सफलता की सीढ़ियां चढ़ने के काबिल बनाती है।

शर्मा रविवार को विद्या भारती राजस्थान की ओर से जयपुर में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पुस्तकीय ज्ञान प्राप्त करने के बजाय विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की ओर अग्रसर करने वाली शिक्षा की आवश्यकता है।

शर्मा ने कहा कि शिक्षित व्यक्ति न केवल अपने भविष्य का निर्माण करता है बल्कि राष्ट्र के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।

इस अवसर पर उन्होंने विद्या भारती संगठन के विद्यालयों के 47 विद्यार्थियों, उनके प्रधानाचार्यों और अभिभावकों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभिभावकों को बच्चों पर अपनी महत्वाकांक्षाएं थोपने के बजाए उनकी रुचि को पहचान कर आगे बढ़ने का अवसर देना चाहिए तथा विद्यार्थियों को भी असफलता से घबराने के बजाय उनसे सीख लेकर मजूबती से आगे बढ़ना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने नई शिक्षा नीति लागू की है जो रटने की बजाय समझने पर जोर देती है और इसमें बच्चों के रचनात्मक कौशल के विकास पर ध्यान दिया जाता है।

शर्मा ने कहा कि अब स्कूलों में ही बच्चों को विभिन्न कौशल सिखाये जायेंगे ताकि वे भविष्य में रोजगार के लिए तैयार हो सके।

भाषा पृथ्वी शोभना

शोभना

 

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