नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) चुनाव आयोग ने सोमवार को मतदाता फोटो पहचान पत्र का इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप शुरू किया जिसे मोबाइल फोन में सुरक्षित रखा जा सकता है और कंप्यूटर पर डाउनलोड किया जा सकता है।
ई-वोटर कार्ड पीडीएफ फॉर्मेट में उपलब्ध होगा जिसे संपादित नहीं किया जा सकेगा और जरूरत पड़ने पर मतदाता इसका प्रिंट लेकर इसे लैमिनेट भी करवा सकता है।
सोमवार को इसकी औपचारिक शुरुआत होने के बाद पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी के मतदाता चुनाव के दिन ई-वोटर कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में इस वर्ष अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
परंपरागत ‘पीवी’ वोटर कार्ड भी इस्तेमाल में रहेगा।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ई-इपिक कार्यक्रम की शुरुआत की और राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर यहां पांच नये मतदाताओं को ई-इपिक और मतदाता फोटो पहचान पत्र वितरित किए।
चुनाव आयोग के अधिकरियों ने बताया कि भौतिक कार्ड के प्रिंट होने और मतदाताओं तक पहुंचने में समय लगता है और दस्तावेज की त्वरित आपूर्ति एवं आसान पहुंच के लिए ऐसा किया जा रहा है।
कार्यकम के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चुनाव आयोग के वेब रेडियो ‘हेलो वोटर्स’ की डिजिटल तरीके से शुरुआत की।
ऑनलाइन डिजिटल रेडियो सेवा से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा।
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