बंगाल में बाढ़ जैसे हालात के बीच डीवीसी ने बांधों से पानी छोड़ा |

बंगाल में बाढ़ जैसे हालात के बीच डीवीसी ने बांधों से पानी छोड़ा

बंगाल में बाढ़ जैसे हालात के बीच डीवीसी ने बांधों से पानी छोड़ा

:   Modified Date:  September 17, 2024 / 06:21 PM IST, Published Date : September 17, 2024/6:21 pm IST

कोलकाता, 17 सितंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति के और बिगड़ने की आशंका है, क्योंकि दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के बांधों से छोड़े जाने वाले पानी में बहुत कम समयावधि में तेजी आयी है। अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।

डीवीसी ने बताया कि इसने सोमवार रात साढ़े 11 बजे पंचेत एवं मैथन बांधों से 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा है।

मंगलवार को सुबह 6:54 बजे तक छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा बढ़कर 2.1 लाख क्यूसेक हो गई, जिससे पता चलता है कि केवल सात घंटों में ही इसमें काफी तेजी आयी है। डीवीसी अधिकारियों ने बताया कि सुबह 8:31 बजे तक मात्र डेढ़ घंटे में 40 हजार क्यूसेक बढ़कर पानी की मात्रा ढाई लाख क्यूसेक हो गयी।

पानी छोड़े जाने के बाद डीवीसी ने ‘रेड अलर्ट’ जारी किया।

उसने बताया कि ऊपर से पानी का प्रवाह अधिक होने के कारण पानी का बहाव बढ़ गया।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार रात स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी और पड़ोसी राज्य झारखंड के बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण पश्चिम बंगाल के कम से कम सात जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने की चेतावनी दी थी।

पत्रकार वार्ता में बनर्जी ने आरोप लगाया कि डीवीसी उनकी सरकार को सूचित किए बगैर बांध से पानी छोड़ रहा है।

बनर्जी ने सोमवार को कहा था कि पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण बीरभूम, बांकुड़ा, हावड़ा, हुगली, पूर्वी बर्धमान और उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना जिलों के कुछ हिस्सों में पहले से ही बाढ़ आ गई है तथा नदियां उफान पर हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने झारखंड के मुख्यमंत्री को तीन बार फोन करके छोड़े जा रहे पानी को नियंत्रित करने का आग्रह किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जल स्तर तेजी से बढ़ने के बाद हुगली में कुछ लोग फंस गए हैं और प्रशासन को बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।’’

पश्चिम बंगाल के कई जिलों में दो दिनों तक लगातार बारिश के बाद गहरा दबाव क्षेत्र झारखंड की ओर बढ़ गया है, जिससे पड़ोसी राज्य में भारी बारिश हो रही है।

अधिकारियों ने बताया कि गहरे दबाव के कारण हुई भारी बारिश से दक्षिणी पश्चिम बंगाल में कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं।

उन्होंने बताया कि पश्चिम मेदिनीपुर जिले में सिलाबती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

तृणमूल कांग्रेस सांसद और अभिनेता दीपक अधिकारी ने पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटाल और केशपुर इलाकों में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।

घाटल उप-विभागीय अधिकारी सुमन विश्वास ने कहा कि प्रशासन ने राहत सामग्री का भंडारण कर लिया है और जरूरत पड़ने पर शिविर लगाने की भी तैयारी की है।

स्थानीय लोगों के अनुसार चंद्रकोना ब्लॉक-1 में धान और जूट की खेती करने वाले किसानों को बढ़ते जलस्तर के कारण भारी नुकसान हो सकता है।

भाषा यासिर रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)