देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा |

देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा

देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा

:   Modified Date:  October 12, 2024 / 10:32 PM IST, Published Date : October 12, 2024/10:32 pm IST

(फोटो के साथ )

नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर (भाषा) देशभर में शनिवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ दशहरा मनाया गया और बड़ी संख्या में लोग रावण के पुतलों का दहन देखने के लिए उमड़ पड़े। इसके साथ ही अनुष्ठानों, गीतों, नृत्य और शोभायात्राओं के 10 दिवसीय उत्सव का शानदार समापन हो गया।

खुले मैदानों में रावण, उसके भाई कुंभकर्ण और पुत्र मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। जलते हुए पुतलों में लगे पटाखे फूटने से रात को आकाश प्रकाश से जगमगा उठा।

सोशल मीडिया मंचों पर लोगों ने एक-दूसरे को दशहरा की शुभकामनाएं दीं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाल किले के परेड ग्राउंड में आयोजित समारोह में शामिल हुए, जहां श्री धार्मिक लीला समिति के आयोजकों ने उनका स्वागत किया।

कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दशहरा उत्सव में हिस्सा लिया।

राहुल गांधी ने अपने व्हाट्सएप चैनल पर लिखा, ‘जय सिया राम! आज मुझे दिल्ली के रामलीला मैदान में दशहरा उत्सव के दौरान ‘रावण वध’ में भाग लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।’

उन्होंने कहा, ‘अन्याय पर न्याय और बुराई पर अच्छाई की हमेशा जीत होगी – यह महान उत्सव इस परम सत्य की सबसे अच्छी और सटीक अभिव्यक्ति है।’

विभिन्न स्थानों पर विशाल दुर्गा पूजा पंडाल स्थापित किए गए, जिनमें राजनीति, चित्रकला और प्रतिष्ठित स्मारकों समेत विभिन्न नवीन विषयों पर आधारित डिजाइन प्रदर्शित किए गए।

शहरों, कस्बों और गांवों में रामलीला का मंचन किया गया, जिसमें कलाकारों ने रामायण के पात्रों की वेशभूषा धारण कर अभिनय किया।

हालांकि, हरिद्वार जिला जेल में रामलीला के मंचन का फायदा उठाकर दो खूंखार अपराधी फरार हो गए। हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे पंकज और विचाराधीन कैदी राजकुमार की तलाश शुरू कर दी गई है।

ओडिशा से भी एक घटना की खबर मिली है, जहां जाजपुर जिले के बरुंदेई मंदिर में दुर्गा पूजा पंडाल से लगभग 10 लाख रुपये मूल्य के सोने और चांदी के आभूषण चोरी हो गए।

दशहरे के अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल के सुकना सैन्य स्टेशन पर ‘शस्त्र पूजा’ की और कहा कि यह अनुष्ठान एक ‘‘स्पष्ट संकेत है कि यदि आवश्यकता हुई तो हथियारों और उपकरणों का पूरी ताकत से उपयोग किया जाएगा।”

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में सिंह के हवाले से कहा, ‘‘भारत ने कभी भी किसी देश पर घृणा या बुरी नीयत से हमला नहीं किया। हम तभी लड़ते हैं, जब कोई हमारी अखंडता और संप्रभुता का अपमान करता है या उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है; जब धर्म, सत्य और मानवीय मूल्यों के विरूद्ध युद्ध छेड़ा जाता है, यही हमें विरासत में मिला है। हम इस विरासत को संरक्षित करना जारी रखेंगे।”

उन्होंने कहा, “हालांकि, यदि हमारे हितों को खतरा पहुंचता है, तो हम बड़ा कदम उठाने में संकोच नहीं करेंगे। शस्त्र पूजा एक स्पष्ट संकेत है कि अगर आवश्यकता हुई, तो हथियारों, उपकरणों का पूरी ताकत से उपयोग किया जाएगा।’’

इस बीच, विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडाल पर हमले और काली मंदिर में चोरी की घटना पर ‘‘गंभीर चिंता’’ व्यक्त की और पड़ोसी देश से हिंदुओं समेत सभी अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।

नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की वार्षिक विजयादशमी रैली को संबोधित करते हुए संगठन के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत अधिक मजबूत हुआ है और दुनिया में उसकी साख बढ़ी है, लेकिन भयावह षड्यंत्र देश के संकल्प की परीक्षा ले रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई महसूस करता है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत अधिक मजबूत हुआ है और दुनिया में इसकी साख बढ़ी है। कोई देश अपने लोगों के राष्ट्रीय चरित्र के कारण महान बनता है। यह वर्ष महत्वपूर्ण है, क्योंकि आरएसएस अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है।’’

आरएसएस प्रमुख ने कहा, “बांग्लादेश में अत्याचारी कट्टरपंथी सोच के लोग मौजूद हैं। हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों के सिर पर खतरे की तलवार लटक रही है।”

उन्होंने कहा कि हिंदू अब खुद की रक्षा के लिए सामने आए हैं।

भागवत ने कहा कि उन्हें मानवता और सद्भाव का समर्थन करने वाले सभी लोगों, खासकर भारत सरकार और दुनिया भर के हिंदुओं की मदद की आवश्यकता होगी।

भागवत ने कहा, ‘‘यही कारण है कि बांग्लादेश से भारत में घुसपैठ और इसके कारण होने वाला जनसंख्या असंतुलन आम लोगों के लिए भी गंभीर चिंता का विषय बन गया है।’’

उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘असंगठित और कमजोर होना दुष्टों के अत्याचार को आमंत्रित करने जैसा है। हिंदुओं को एकजुट होने की जरूरत है।’’

वहीं, पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में भी धूमधाम से दशहरा मनाया गया। इस अवसर पर विवाहित महिलाओं ने अनुष्ठान के तहत अपने चेहरे पर सिंदूर लगाया और रावण के पुतले जलाए गए।

कोलकाता, आसनसोल और सिलीगुड़ी समेत विभिन्न स्थानों पर रावण के पुतलों को जलाने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े।

साल्ट लेक में रावण का 60 फुट और उसके भाई कुंभकर्ण और बेटे मेघनाद का 50 फीट ऊंचा पुतला जलाया गया, जिसे देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी।

राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने इस अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और शांति, समृद्धि और शक्ति की प्रार्थना की।

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आरएसएस को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि अपनी स्थापना के बाद से ही यह संगठन भारतीय संस्कृति की रक्षा करने और युवाओं में देशभक्ति के विचारों को विकसित करने का उल्लेखनीय काम कर रहा है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना 1925 में विजयादशमी के दिन नागपुर में केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी।

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में दशहरा समारोह में भाग लिया और लोगों को शुभकामनाएं दीं।

उन्होंने कहा, ‘आज सभी को अपने भीतर की कमियों को त्यागने का संकल्प लेना चाहिए, ताकि हम एक सभ्य और सुसंस्कृत समाज के निर्माण में योगदान दे सकें।’

दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में शिवसेना की दशहरा रैली को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि महा विकास आघाडी (एमवीए) की लोकसभा चुनाव की सफलता एक क्षणिक चमक की तरह थी, जिसे वह आगामी विधानसभा चुनावों में नहीं दोहरा पाएगा।

मुंबई के शिवाजी पार्क में अपनी पार्टी की वार्षिक दशहरा रैली को संबोधित करते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि आरएसएस को सोचना चाहिए कि क्या आज की ‘हाइब्रिड भाजपा’ उसे स्वीकार्य है।

भाषा जोहेब दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)