पटना: train driver went to drink alcohol कहने को तो बिहार में शराबबंदी है, लेकिन समय-समय पर सरकार के इस दावे की पोल खुलकर सामने आ जाती है। कभी जहरीली शराब पीने से मौत की खबरें सामने आती है तो कभी राजनीतिक दलों के नेताओं के पास से शराब की बोतलें मिलने की खबर। ऐसा ही एक मामला इन दिनों सामने आया है, जब एक ट्रेन का पायलट ट्रेन को स्टेशन पर छोड़कर शराब पीने के लिए चला गया। हैरानी की बात ये है कि बाद में वह पायलट नशे में धुत्त होकर सड़क पर पड़ा मिला। अंतत: रेलवे ने दूसरे ड्राइवर की मदद से ट्रेन को गंतव्य तक पहुंचाया।
train driver went to drink alcohol मिली जानकारी के अनुसार समस्तीपुर खगड़िया रेलखंड के हसनपुर रोड स्टेशन पर सोमवार को 05278 ट्रेन में सवार यात्रियों ने हंगामा किया। वजह थी ट्रेन के सहायक ड्राइवर कर्मवीर यादव का शराब प्रेम। स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही वह गाड़ी से उतर गया और कहीं निकल गया। कुछ देर में पता चला कि वह ट्रेन को रुकवाकर शराब पीने गया था। कर्मवीर ने इतनी शराब पी ली कि आते समय रास्ते में ही बेहोश होकर गिर गया। स्थानीय लोगों ने जब उसे उठाया तो वह बाजार मे ही हंगामा करने लगा। इससे सवारी ट्रेन करीब एक घंटे तक स्टेशन पर ही रुकी रही।
जानकारी के अनुसार, अप सवारी ट्रेन हसनपुर रोड स्टेशन पर 5.41 बजे पहुंच कर खड़ी हुई। उसी समय उधर से राजधानी के क्रॉसिंग का भी समय हो चुका था। जिससे सवारी ट्रेन को रोक दिया गया था। डाउन राजधानी के पास होने के बाद सवारी ट्रेन 05278 अप को जाने का सिग्नल दिया गया। लेकिन उसका सहायक चालक कर्मवीर गायब था। जिसके बाद उसकी खोज शुरू हुई। उसे नशे की हालत में स्टेशन से बाहर सड़क पर गिरा पाया गया।
रेल पुलिस उसे उठा कर थाने ले गई। इसके पास से शराब की एक बोतल भी मिली। रेल थानाध्यक्ष ने बताया कि 375 एमएल की बोतल में आधी शराब थी। वह पहले से ही शराब पी रहा था। ट्रेन के रुकने पर और पीने के लिए ट्रेन से उतर गया था। इधर, स्टेशन मास्टर ने बताया कि यात्रियों के हंगामे के बाद दूसरे सहायक चालक ऋषिराज कुमार को ट्रेन पर भेजा गया। उसके बाद ट्रेन खुली। उन्होंने बताया कि ऋषिराज संयोग से उसी ट्रेन में सवार थे। सवारी गाड़ी करीब एक घंटा विलंब से 6.47 बजे हसनपुर रोड स्टेशन से खुली।