पुडुचेरी, 11 मार्च (भाषा) पुडुचेरी विधानसभा में विपक्षी दल द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और कांग्रेस विधायकों ने यह आरोप लगाते हुए विधानसभा से बहिर्गमन कर दिया कि ‘‘केंद्र शासित प्रदेश की सरकार पिछले साल दिसंबर में आए फेंगल चक्रवात और मूसलाधार बारिश से प्रभावित हुए लोगों को राहत प्रदान नहीं कर पाई है।’’
द्रमुक और कांग्रेस ने उपराज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान यह मुद्दा उठाया और सदन से बहिर्गमन कर दिया।
द्रमुक नेता आर. शिवा ने कहा कि पुडुचेरी सरकार ने चक्रवात में अपना घर खो देने वाले लोगों को निराश किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि चक्रवात के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बेघर हुए लोगों की कोई गणना नहीं की गई तथा उन्हें कोई राहत भी नहीं दी गई।
लोक निर्माण एवं राजस्व मंत्री के. लक्ष्मीनारायणन ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि प्रशासन ने चक्रवात के दौरान लोगों की परेशानियों को कम करने के लिए हरसंभव कदम उठाए हैं।
द्रमुक के विधायकों ने हालांकि कहा कि केंद्र सरकार ने पुडुचेरी सरकार द्वारा मांगी गई सभी राहत मंजूर नहीं की हैं। उन्होंने दावा किया कि केंद्र ने केवल 61 करोड़ रुपये मंजूर किए गए जबकि पुडुचेरी सरकार ने 614 करोड़ रुपये से अधिक की मांग की थी।
द्रमुक नेता ने कहा, ‘‘चक्रवात से प्रभावित हुए लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत की गई राशि बहुत कम है।’’
भाषा प्रीति नरेश
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