नई दिल्ली : Swami Avimukteshwaranand Saraswati: 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कई तरह की तैयारियां हो रही है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए देश विदेश के कई दिग्गजों को निमंत्रण दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर चारों शंकराचार्यों समेत कई लोगों ने प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से इनकार कर दिया है। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद भी इनमे से एक हैं।
Swami Avimukteshwaranand Saraswati: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के कई बड़े बयान भी लगातार सामने आ रहे हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि, अगर उन्हें आमंत्रित किया गया तो वह निश्चित रूप से अयोध्या जाएंगे, लेकिन यह स्पष्ट कर दिया कि वह प्राण प्रतिष्ठा (अभिषेक) समारोह में भाग नहीं लेंगे। इसी बीच स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का रक और बड़ा बबयान सामने आया है।
Swami Avimukteshwaranand Saraswati: इस बयान में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा है कि, “हिंदुत्व दो तरह का है – एक वो हिंदू है जो धर्म को अपने जीवन में जी रहा है। दूसरा वो है जो हिंदू की बात करके हिंदू सत्ता स्थापित करना चाहता है। बांटो और राज करो राजनीति का नियम हो गया है।”
“हिंदुत्व दो तरह का है – एक वो हिंदू है जो धर्म को अपने जीवन में जी रहा है। दूसरा वो है जो हिंदू की बात करके हिंदू सत्ता स्थापित करना चाहता है। बांटो और राज करो राजनीति का नियम हो गया है।”
– शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती pic.twitter.com/kgfyaoYcgm
— Krishna Kant (@kkjourno) January 16, 2024