जयपुर, 31 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ में गत मंगलवार रात मची भगदड़ में धौलपुर के 71 वर्षीय किसान किशन बलदेव की जान चली गई। पीड़ित के परिजनों ने यह जानकारी दी।
बलदेव अपने परिवार और अन्य ग्रामीणों के साथ 28 जनवरी को महाकुंभ में पहुंचे थे। शाम चार बजे संगम में डुबकी लगाने के बाद वे नदी के किनारे बैठ गए और अगले दिन होने वाले पवित्र स्नान का इंतजार करने लगे। हालांकि, रात करीब दो बजे अचानक भगदड़ मच गई।
किशन बलदेव के पोते विशंभर सिंह ने उस भयावह क्षण को याद करते हुए धौलपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘लोग धक्का-मुक्की करने लगे और हर तरफ भागने लगे। मेरे दादा और मां गिर गए। मैं किसी तरह अपनी मां को बाहर निकालने में कामयाब रहा, लेकिन मेरे दादा लोगों के पैरों के नीचे फंस गए। एक के बाद एक कई लोग उन पर गिरे।”
विशंबर सिंह ने कहा, ”हमने उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन जब तक हम उन्हें बाहर निकाल पाए, तब तक वे बेहोश हो चुके थे। हम उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।”
बलदेव की पुत्रवधू रामवती जो इस घटना में बच गईं, लेकिन वह सदमे में हैं। उन्होंने नम आंखों से कहा, ”मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि क्या हो गया। हम आशीर्वाद लेने गए थे, लेकिन हमने अपने परिवार के मुखिया को खो दिया।”
परिवार को बलदेव का शव पोस्टमार्टम के बाद बृहस्पतिवार को मिला जिसके बाद आज अंतिम संस्कार किया गया।
उल्लेखनीय है कि अजमेर जिले के केकड़ी से महाकुंभ गई एक महिला का शव कल उत्तर प्रदेश से एंबुलेंस में लाया गया था। वह महाकुंभ में गए एक दल का हिस्सा थीं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसके शव को उसके पैतृक गांव पहुंचाया।
भाषा पृथ्वी अमित
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)