देवेगौड़ा ने संसद से आर्थिक आधार पर आरक्षण पर विचार करने का आह्वान किया |

देवेगौड़ा ने संसद से आर्थिक आधार पर आरक्षण पर विचार करने का आह्वान किया

देवेगौड़ा ने संसद से आर्थिक आधार पर आरक्षण पर विचार करने का आह्वान किया

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Modified Date: December 17, 2024 / 03:40 PM IST
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Published Date: December 17, 2024 3:40 pm IST

नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (भाषा) पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच डी देवगौड़ा ने मंगलवार को संसद से इस बात पर विचार करने को कहा कि आरक्षण जाति के आधार पर दिया जाना चाहिए या इसे बदलकर आर्थिक आधार पर कर देना चाहिए।

राज्यसभा में ‘भारत के संविधान की 75 साल की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर चर्चा में भाग लेते हुए देवगौड़ा ने कहा, ‘‘अतीत में जो कुछ हुआ, उस पर सदन को खुद विचार करना होगा कि क्या हमें इस देश में गरीबी के आधार पर ही आरक्षण देना चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि लोग उस आरक्षण से भी पीड़ित हैं जो हमने अतीत में दिया है और इसने उन लोगों को ऊपर नहीं उठाया है जो अभी भी दो वक्त की रोटी के लिए परेशान हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि सदन को इस बारे में सोचना चाहिए कि क्या आरक्षण पहले की तर्ज पर ही जारी रखा जाना चाहिए या ‘केवल उन लोगों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए जो सबसे ज्यादा गरीबी से जूझ रहे हैं और जिनका जीवनयापन स्तर खराब है’।

देवगौड़ा ने कहा, ‘‘यदि सदन और नेता इस पर विचार करते हैं तो आरक्षण पर कोई भी फैसला लेने से पहले प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) इस पर विचार कर सकते हैं।’’

उन्होंने कहा कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा तैयार किया गया संविधान समय की कसौटी पर खरा उतरा है।

सदन के नेता जे पी नड्डा का जिक्र करते हुए देवगौड़ा ने कहा कि उन्होंने आरक्षण और विभिन्न अन्य मुद्दों पर विचारोत्तेजक भाषण दिया, जिसका देश ने पिछले 75 सालों में सामना किया है। देवगौड़ा से पहले नड्डा ने संविधान की यात्रा पर अपने विचार रखे थे।

भाषा ब्रजेन्द्र मनीषा ब्रजेन्द्र मनीषा

मनीषा

 

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