दिल्ली का न्यूनतम तापमान गिरकर 17.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा; एक्यूआई में सुधार |

दिल्ली का न्यूनतम तापमान गिरकर 17.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा; एक्यूआई में सुधार

दिल्ली का न्यूनतम तापमान गिरकर 17.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा; एक्यूआई में सुधार

Edited By :  
Modified Date: October 15, 2024 / 10:31 PM IST
,
Published Date: October 15, 2024 10:31 pm IST

नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली में तापमान में गिरावट शुरू हो गई है, मंगलवार को इस महीने का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, जबकि वायु गुणवत्ता सुधारकर ‘मध्यम’ श्रेणी में पहुंच गई।

राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता पिछले दो दिनों से ‘खराब’ श्रेणी में थी और आज सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 207 दर्ज किया गया जो शाम चार बजे 198 पहुंच गया। यह ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है।

इस बीच,पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है। इस साल की शुरुआत से 15 अक्टूबर तक पराली जलाने की 2,399 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 2,791 घटनाएं दर्ज की गई थीं।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री कम है।

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल अक्टूबर में सबसे कम तापमान 22 अक्टूबर को 15.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

मंगलवार को सापेक्षिक आर्द्रता 64 प्रतिशत से 46 प्रतिशत के बीच रही, जबकि अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है।

आईएमडी ने बुधवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने तथा अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 35 डिग्री सेल्सियस और 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान व्यक्त किया है।

दिल्ली में खराब होती वायु गुणवत्ता के मद्देनजर मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में ‘क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना’ (ग्रैप) के पहले चरण के तहत प्रतिबंध लागू हो गए हैं।

एक अधिकारी ने बताया कि सर्दियों में विशेष प्रदूषण रोधी उपायों के अंतर्गत ग्रैप के पहले चरण के तहत प्रतिबंध का उद्देश्य निर्माण स्थलों पर धूल को कम करना, उचित अपशिष्ट प्रबंधन और सड़कों की नियमित सफाई के माध्यम से प्रदूषण को नियंत्रित करना है।

ग्रैप के पहले चरण में प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की सख्त जांच, बेहतर यातायात प्रबंधन और उद्योगों, बिजली संयंत्रों और ईंट भट्टों में उत्सर्जन नियंत्रण को अनिवार्य बनाया गया है।

एक्यूआई शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ तथा 401 से 500 के बीच गंभीर’ माना जाता है।

भाषा नोमान माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)