(नेहा मिश्रा)
नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) दिल्ली में सत्तारूढ़ दल के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि कांग्रेस आम आदमी पार्टी (आप) के मत प्रतिशत में सेंध नहीं लगा पाएगी, क्योंकि लोग किसी भी कीमत पर भाजपा को सत्ता से बाहर रखना चाहते हैं।
‘आप’ की दिल्ली इकाई के संयोजक और निवर्तमान सरकार में मंत्री राय ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए आश्चर्य जताया कि वह 2015 और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीतने के बाद इस बार सरकार बनाने तक कैसे पहुंचेगी।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से साक्षात्कार में कहा कि दिल्ली की जनता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को यहां सरकार बनाने का मौका नहीं देना चाहती।
राय ने कहा, ‘जहां तक कांग्रेस का सवाल है, वह दिल्ली में सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है। फिलहाल दिल्ली में उनके पास कोई विधायक नहीं है। वे महज 15 दिनों में सरकार कैसे बना सकते हैं?”
बाबरपुर विधानसभा क्षेत्र से ‘आप’ उम्मीदवार ने कहा, “ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस ‘आप’ के वोट काटेगी, जिससे भाजपा को जीतने में मदद मिल सकती है। हालांकि, लोग जानते हैं कि कांग्रेस को वोट देने से मतों का बंटवारा ही होगा और चूंकि दिल्लीवासी भाजपा को नहीं चाहते, इसलिए वे कांग्रेस को भी वोट नहीं देंगे।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दिल्लीवासी समझदार हैं और काम करने वाली सरकार चाहते हैं। वे नहीं चाहते कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बने और इसलिए वे एकजुट होकर ‘झाड़ू’ (‘आप’ का चुनाव चिन्ह) का बटन दबाएंगे।
राय ने भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी पहले अरविंद केजरीवाल द्वारा मुफ्त सुविधाएं देने की आलोचना करती थी लेकिन अब वही वादा कर रही है, जो उनकी हताशा को दर्शाता है।
भाजपा ने महिलाओं के लिए 2,500 रुपये मासिक सहायता, प्रत्येक गर्भवती महिला के लिए 21,000 रुपये, 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 2,500 रुपये पेंशन का वादा किया है।
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने इस घोषणाओं को ‘रेवड़ी’ करार दिया और कहा कि प्रधानमंत्री को अब यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि उनका यह कहना गलत था कि ‘फ्री की रेवड़ी’ देश के लिए अच्छी नहीं है।
भाजपा पर निशाना साधते हुए राय ने कहा, ‘यदि उन्हें जीत का भरोसा होता तो वे वही कदम नहीं उठाते जिनके लिए उन्होंने कभी केजरीवाल का मजाक उड़ाया था।’
राय ने कहा कि भाजपा के पास लोगों के लिए काम करने का नजरिया नहीं है। उन्होंने कहा, “दिल्ली में तीन बार लोकसभा चुनाव जीतने के बावजूद उन्होंने कुछ भी योगदान नहीं दिया है।”
उन्होंने कहा, “अगर भाजपा के पास दिल्ली में सरकार बनाने की ताकत होती तो वे बहुत पहले ही ऐसा कर चुके होते। सरकारें जनता बनाती है और फिलहाल भाजपा के पास न तो कोई नेता है और न ही इस बात का जवाब है कि अगर वे जीत भी गए तो मुख्यमंत्री कौन बनेगा।”
केंद्र सरकार और उपराज्यपाल (एलजी) द्वारा पेश की गई ‘चुनौतियों’ के बारे में पूछे जाने पर राय ने कहा, “हमने रुकावटों के बावजूद अथक परिश्रम किया। अब हम जानते हैं कि स्थिति को कैसे संभालना है और इन बाधाओं के बीच प्रभावी ढंग से कैसे काम करना है।’
‘आप’ की जीत पर विश्वास जताते हुए राय ने कहा, ‘पिछले एक महीने में माहौल बदल गया है और यह संभव है कि हम पिछले विधानसभा चुनाव की संख्या (जीती गई सीटों की संख्या) को पार कर जाएं और और भी बड़ा जनादेश हासिल करें।’
बाबरपुर सीट पर भाजपा के अनिल वशिष्ठ और कांग्रेस के हाजी इशराक खान भी मैदान में हैं तथा मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है।
भाषा नोमान प्रशांत
प्रशांत
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)