दिल्ली चुनाव: भाजपा घोषणापत्र समिति ने महिलाओं को भत्ता और मुफ्त बिजली देने की सिफारिश की |

दिल्ली चुनाव: भाजपा घोषणापत्र समिति ने महिलाओं को भत्ता और मुफ्त बिजली देने की सिफारिश की

दिल्ली चुनाव: भाजपा घोषणापत्र समिति ने महिलाओं को भत्ता और मुफ्त बिजली देने की सिफारिश की

Edited By :  
Modified Date: January 9, 2025 / 10:55 PM IST
,
Published Date: January 9, 2025 10:55 pm IST

नयी दिल्ली, नौ जनवरी (भाषा) दिल्ली भाजपा की घोषणापत्र समिति ने कई पहलों की सिफारिश की हैं, जिनमें महिलाओं के लिए 2,500 रुपये मासिक भत्ता, आम घरों के लिए 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली और पूजा स्थलों के लिए 500 यूनिट तक मुफ्त बिजली शामिल है। पार्टी नेताओं ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

समिति ने आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस द्वारा किए गए इस तरह के वादों का मुकाबला करने के लिए यह सिफारिश की है।

उन्होंने बताया कि घोषणापत्र समिति की सिफारिशें केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी के लिए भेज दी गई हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय नेताओं की मंजूरी के बाद इन चुनावी वादों को शामिल करते हुए घोषणापत्र जारी किया जाएगा।

इनके अतिरिक्त, पार्टी पहले ही कह चुकी है कि सत्ता में आने पर वह सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी द्वारा शुरू की गई अन्य मुफ्त योजनाएं भी जारी रखेगी, जैसे महिलाओं के लिए बस यात्रा और बुजुर्गों के लिए तीर्थयात्रा आदि।

रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रोहिणी में पार्टी की ‘परिवर्तन रैली’ को संबोधित करते हुए दिल्लीवासियों को आश्वासन दिया कि यदि राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा सत्ता में आती है तो वह जनहित में कल्याणकारी योजनाओं को बंद नहीं करेगी।

दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीट पर पांच फरवरी को मतदान होगा, जबकि मतगणना आठ फरवरी को होगी।

पार्टी के घोषणापत्र का मसौदा बनाने से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “ मध्य प्रदेश की ‘लाडली बहना योजना’ और महाराष्ट्र की ‘लाड़की बहिन योजना’ की तर्ज पर घोषणापत्र समिति ने सिफारिश की है कि भाजपा को दिल्ली की महिलाओं को 2,500 रुपये देने के अलावा उपभोक्ताओं को 300 यूनिट मुफ्त बिजली और धार्मिक स्थलों के लिए 500 यूनिट मुफ्त बिजली देनी चाहिए।”

सिफारिशों की पुष्टि करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा जैसी केंद्रीय योजनाओं को लागू करने की योजना बना रही है, जिन्हें ‘आप’ सरकार ने रोक दिया था।

भाषा

नोमान प्रशांत

प्रशांत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers