नयी दिल्ली, 12 मार्च (भाषा) महज 10 महीने में 90 से 100 महंगी कारें चुराने वाले एक गिरोह के तीन सदस्यों को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों की पहचान मोनू (45), विशाल (40) और गिरोह के सरगना रवि (42) के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) अंकित सिंह ने कहा कि चोर आमतौर पर पार्कों और जिम के बाहर से तीन विशिष्ट ब्रांड की कारें – हुंडई की क्रेटा, मारुति की ब्रेजा और टोयोटा की फॉर्च्यूनर चुराते थे।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने अब तक चोरी की गई पांच कारें बरामद कर ली हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह गिरोह सुबह-सुबह वारदात को अंजाम देता था और वाहनों की सुरक्षा प्रणाली में सेंध लगाने के लिए कंप्यूटर का इस्तेमाल करता था।
डीसीपी ने बताया कि गिरोह ने आधुनिक ऑन-बोर्ड डायग्नोस्टिक (ओबीडी) तकनीक का फायदा उठाया, जो अधिकृत तकनीशियनों को कार के मेनफ्रेम तक पहुंच प्रदान करता है।
अधिकारी ने बताया कि चोर मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते थे और वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल करते थे। ”इस तरीके से उन्हें अपराध करते समय पुलिस की निगरानी से बचने में मदद मिली।”
पुलिस ने बताया कि रवि वाहन चोरी के 48 मामलों में शामिल रहा है, जबकि मोनू के खिलाफ 23 मामले दर्ज हैं और विशाल के खिलाफ 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने कहा कि गिरोह का एक अन्य सदस्य कालू अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
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