दिल्ली के अस्पताल पर नवजात जुड़वा बच्चों को छुट्टी देने से इनकार करने और पैसे मांगने का आरोप |

दिल्ली के अस्पताल पर नवजात जुड़वा बच्चों को छुट्टी देने से इनकार करने और पैसे मांगने का आरोप

दिल्ली के अस्पताल पर नवजात जुड़वा बच्चों को छुट्टी देने से इनकार करने और पैसे मांगने का आरोप

:   Modified Date:  September 11, 2024 / 12:56 AM IST, Published Date : September 11, 2024/12:56 am IST

नयी दिल्ली, 10 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में एक व्यक्ति ने मंगलवार को आरोप लगाया कि दिल्ली के एक निजी अस्पताल ने प्रसव के बाद उसके नवजात जुड़वा शिशुओं को छुट्टी देने से इनकार कर दिया और इसके लिए अधिक पैसे की मांग की।

शिशुओं के पिता पंकज मिश्रा ने पीटीआई-भाषा से कहा कि जब यह मुद्दा मीडिया में सामने आया और आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने इसे उठाया तो अस्पताल ने समझौता कर लिया और शाम करीब साढ़े पांच बजे बिना कोई अतिरिक्त भुगतान लिए दोनों शिशुओं को छुट्टी दे दी।

इससे पहले, संजय सिंह ने मंगलवार को आरोप लगाया कि दिल्ली का एक निजी अस्पताल अपने यहां जन्मे जुड़वां बच्चों को उनके माता-पिता को नहीं सौंप रहा है और इसके लिए अधिक पैसे मांग रहा है। सिंह ने बताया कि इस मामले में दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है।

समझौता करने से पहले, पश्चिमी दिल्ली के मोती नगर स्थित अस्पताल अपोलो क्रेडल ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा था कि स्थिति को सुलझाने के उनके प्रयासों के बावजूद माता-पिता ‘‘जवाब नहीं दे’’ रहे।

आप नेता द्वारा सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा की गई शिकायत के अनुसार, 20 जुलाई को मां को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद से दोनों बच्चे (एक लड़का और एक लड़की) लगभग 50 दिन से अस्पताल में थे।

अपोलो क्रेडल ने एक बयान में कहा, ‘‘जब 31 अगस्त को बच्चों को अस्पताल से छुट्टी मिलनी थी, तो माता-पिता ने सहयोग करने से इनकार कर दिया और गलत व्यवहार किया। स्थिति को हल करने के हमारे निरंतर प्रयासों के बावजूद माता-पिता ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।’’

बच्चों के अस्पताल ने कहा कि माता-पिता को स्पष्ट रूप से बताया गया था कि उनके बच्चों को 31 अगस्त को छुट्टी दी जाएगी।

बच्चों के पिता द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत को साझा करते हुए आप नेता संजय सिंह ने कहा कि अस्पताल अधिक पैसे की मांग कर रहा था तथा उसने बच्चों को बंधक बनाकर रखा था।

सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अपोलो क्रेडल मोती नगर ने गार्ड की नौकरी करने वाले पंकज मिश्रा के दो नवजात बच्चों को बंधक बना रखा है। मां बाप के बिना बच्चे अस्पताल में हैं। अस्पताल 5.81 लाख रुपये जमा करने के बाद 14 लाख रुपये और मांग रहा है। यह गैरकानूनी और अमानवीय है। दिल्ली पुलिस से शिकायत की जा चुकी है दिल्ली पुलिस उनके बच्चों को अस्पताल से छुड़ाए।’’

पत्र में बच्चों के पिता पंकज मिश्रा ने आरोप लगाया कि अस्पताल ने शुरू में पूरी प्रक्रिया के लिए कम खर्च बताया था, लेकिन प्रसव के बाद अतिरिक्त भुगतान की मांग करने लगा।

भाषा सिम्मी नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)