दिल्ली: आतिशी ने बजट पर चर्चा के समय में कटौती करने का लगाया आरोप

दिल्ली: आतिशी ने बजट पर चर्चा के समय में कटौती करने का लगाया आरोप

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  • Publish Date - March 26, 2025 / 03:28 PM IST,
    Updated On - March 26, 2025 / 03:28 PM IST

नयी दिल्ली, 26 मार्च (भाषा) दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर वार्षिक बजट 2025-26 पर चर्चा के समय को जानबूझकर कम करने और संभवत: महत्वपूर्ण आर्थिक विवरण छिपाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

आतिशी ने विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता को लिखे पत्र में सदन की दिन भर की ‘कार्य सूची’ को लेकर क्षोभ प्रकट किया, जिसमें बजट पर चर्चा के लिए बमुश्किल एक घंटा आवंटित किया गया था। आतिशी ने इस कदम को ‘बेहद चिंताजनक’ व जांच से बचने का प्रयास करार दिया।

गुप्ता ने आतिशी के पत्र का जवाब देते हुए कहा कि बजट पर चर्चा के लिए केवल एक घंटा निर्धारित करने का ‘आप’ नेता का दावा बिल्कुल ‘गलत’ है।

उन्होंने कहा कि विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति, जिसमें आप के विधायक भी शामिल हैं, ने निर्णय लिया था कि बजट पर चर्चा दो दिन (26 और 27 मार्च को) होगी।

आतिशी ने पत्र में यह भी कहा कि सरकार बजट से पहले आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत करने में विफल रही।

उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि क्या यह जनता से महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़े छिपाने का प्रयास है।

‘आप’ नेता ने गुप्ता को लिखे पत्र में कहा, “इससे ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार बजट पर विस्तृत चर्चा से बचना चाहती है। क्या यह बजट काल्पनिक राजस्व अनुमानों और आर्थिक रुझानों पर आधारित है? क्या इसीलिए आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत नहीं किया गया?”

आम आदमी पार्टी की नेता ने कहा कि वह दिन की ‘कार्यसूची’ देखकर हैरान हैं, जिसमें बजट पर चर्चा के लिए केवल एक घंटा निर्धारित किया गया है, जबकि शेष समय अन्य एजेंडा के लिए तय किया गया है।

इस सूची में सीएजी रिपोर्ट, पानी की कमी, जल निकासी के मुद्दों पर चर्चा और समिति की रिपोर्ट पर चर्चा शामिल थी।

आतिशी ने कहा, “ साल के सबसे महत्वपूर्ण वित्तीय दस्तावेज पर चर्चा करने के लिए 70 विधायकों की विधानसभा को बमुश्किल एक घंटा कैसे दिया जा सकता है?”

आतिशी ने कहा कि क्या यह महत्वपूर्ण बहस पांच अन्य एजेंडा मदों के बीच फंस जाएगी, जो बेहद चिंताजनक है।

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने बजट पर चर्चा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह न केवल विधायकों के लिए बल्कि शहर के मतदाताओं के लिए भी महत्वपूर्ण है।

भाषा जितेंद्र पवनेश

पवनेश