नयी दिल्ली, 15 नवंबर (भाषा) रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को कहा कि समर्पित माल ढुलाई गलियारा (डीएफसी) भारतीय रेलवे की एक बहुत ही महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है, जिसने देश के आपूर्ति प्रबंधन क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। उन्होंने इसे ‘‘भारतीय रेलवे का रत्न’’ करार दिया।
वैष्णव ने ‘डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड’ (डीएफसीसीआईएल) के 19वें स्थापना दिवस के अवसर पर इसके पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान में इस कॉरिडोर पर 350 से अधिक मालगाड़ियां चलाई जा रही हैं और इससे देश में रसद परिवहन की दक्षता में सुधार हुआ है।
उन्होंने यहां भारत मंडपम में समारोह के दौरान एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘माल ढुलाई का समय पहले की तुलना में आधा रह गया है। मालगाड़ियों की गति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। हर तरह से डीएफसी ने देश में आपूर्ति प्रबंधन लागत को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’’
वैष्णव ने उम्मीद जताई कि डीएफसी देश की सेवा करता रहेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे के नेटवर्क में अच्छा एकीकरण हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें इसे और आगे ले जाना होगा ताकि डीएफसी देश की बेहतर सेवा कर सके।’’
डीएफसीसीआईएल ने देश के रेल माल ढुलाई बुनियादी ढांचे के लिए अपनी सेवा और पहल के लगभग दो दशकों को याद करते हुए अपना 19वां स्थापना दिवस मनाया।
इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कुमार, डीएफसीसीआईएल के प्रबंध निदेशक प्रवीण कुमार तथा रेलवे बोर्ड, केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सीपीएसई) और अन्य हितधारकों के महत्वपूर्ण प्रतिनिधि उपस्थित थे।
भाषा नेत्रपाल रंजन
रंजन
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)