नयी दिल्ली, चार दिसंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि संविधान पर अगले सप्ताह संसद में होने वाली चर्चा राष्ट्र के लिए ‘‘आंखें खोलने वाली’’ होगी।
गोयल ने यह भी कहा कि पहले ‘‘फर्जी विमर्श’’ फैलाया जा रहा था जिनका पर्दाफाश किया जाएगा।
उनके भाषण के दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, ‘‘फर्जी चीजों को कभी भी वास्तविक नहीं बनना चाहिए।’’
गोयल सदन में बॉयलर विधेयक, 2024 पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस (संविधान) पर चर्चा करने जा रहे हैं… यह बहस पूरे देश के लिए आंख खोलने वाली होगी। यह भारत के लोगों के लिए आंख खोलने वाली होगी, ठीक वैसे ही जैसे आज कई टिप्पणियां की गईं, जो लगभग एक फर्जी विमर्श को बढ़ावा देती हैं।’’
गोयल ने कहा, ‘‘पहले, हमने फर्जी विमर्श को प्रचारित होते देखा है, लेकिन सौभाग्य से, फर्जी विमर्श केवल एक बार ही काम करता है, उसके बाद लोग समझदार हो जाते हैं और अगली बार सही चुनाव करते हैं।’’
इस पर धनखड़ ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, ‘‘फर्जी को फर्जी ही रहना चाहिए और उसे उजागर होना चाहिए…।’’
गोयल ने कहा कि कभी-कभी ऐसा होता है जो माना जाता है कि कभी नहीं हो सकता।
उनके भाषण के दौरान कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा करते हुए उनकी टिप्पणियों पर आपत्ति जताई।
उल्लेखनीय है कि संविधान को अंगीकार करने के 75 साल पूरे होने के अवसर पर संसद के दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी। लोकसभा में 13-14 दिसंबर को जबकि राज्यसभा में 16-17 दिसंबर को यह चर्चा होगी।
भाषा अविनाश नेत्रपाल
नेत्रपाल
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