दिल्ली के कोचिंग सेंटर में मौत: छात्रों ने जवाबदेही की मांग की, सुरक्षा को लेकर चिंता जताई |

दिल्ली के कोचिंग सेंटर में मौत: छात्रों ने जवाबदेही की मांग की, सुरक्षा को लेकर चिंता जताई

दिल्ली के कोचिंग सेंटर में मौत: छात्रों ने जवाबदेही की मांग की, सुरक्षा को लेकर चिंता जताई

Edited By :  
Modified Date: July 28, 2024 / 05:53 PM IST
,
Published Date: July 28, 2024 5:53 pm IST

नयी दिल्ली, 28 जुलाई (भाषा) दिल्ली में एक कोचिंग सेंटर में सिविल सेवा की तैयारी करने वाले तीन अभ्यर्थियों की मौत से छात्रों में रोष फैल गया है और उन्होंने सरकार से जवाबदेही की मांग की है।

अधिकारियों ने बताया कि शनिवार शाम मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में भारी बारिश के बाद कोचिंग सेंटर ‘राव आईएएस स्टडी सर्किल’ की इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने से उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के एर्णाकुलम के नवीन दलविन की मौत हो गई।

‘राव आईएएस स्टडी सर्किल’ और अन्य संस्थानों के छात्रों ने इस घटना पर अपना रोष जताते हुए शहर भर के कोचिंग सेंटर में सुरक्षा उल्लंघनों को उजागर किया है और दिल्ली सरकार की ‘‘लापरवाही’’ पर सवाल उठाए हैं।

छात्रों ने बेसमेंट में हुई मौतों को लेकर कोचिंग सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए। प्रारंभिक जांच के अनुसार, बेसमेंट में एक ‘लाइब्रेरी’ भी है। पहचान जाहिर नहीं करने की शर्त पर एक छात्र ने कहा, ‘‘घटना की सबसे बड़ी जिम्मेदारी राव आईएएस स्टडी सर्किल की है, क्योंकि घटना वहीं हुई।’’

उन्होंने कहा कि मुखर्जी नगर में जब ऐसी ही घटनाएं हुईं, तब भी दिल्ली के अधिकारियों ने लापरवाही बरती और कोई सख्त कार्रवाई नहीं की। उन्होंने पिछले सप्ताह पटेल नगर में हुई घटना का भी जिक्र किया, जहां भारी बारिश के बाद जलभराव वाली सड़क पर एक सिविल सेवा अभ्यर्थी को बिजली का करंट लग गया था।

एक अन्य छात्रा ने शहर के कोचिंग सेंटर में सुरक्षा संबंधी चिंताओं को उजागर किया। छात्रा ने कहा, ‘‘इन कोचिंग सेंटर में सुरक्षा उपाय लागू करने में किसी की दिलचस्पी ही नहीं है।’’

छात्रा ने कहा, ‘‘यहां आग लगने पर निकलने का रास्ता या आपातकालीन निकास नहीं है। उज्ज्वल भविष्य वाले लोग जोखिम में हैं। हम नौकरशाही में शामिल होकर देश की सेवा करना चाहते हैं और यदि यह व्यवस्था हमारे लिए काम नहीं करती है, तो हमारा विश्वास इसमें खत्म हो जाएगा।’’ उन्होंने स्थानीय लोगों और साथी छात्रों से इस अभियान में शामिल होने का आग्रह किया।

मृतकों में से एक श्रेया यादव के चाचा धर्मेंद्र यादव ने कहा, ‘‘मैंने देर रात घटना के बारे में समाचार देखा और श्रेया को फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।’’

गाजियाबाद के रहने वाले धर्मेंद्र ने कहा कि जब उनकी भतीजी ने उनके फोन का जवाब नहीं दिया, तो वह ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित संस्थान पहुंचे।

उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं कोचिंग सेंटर पहुंचा तो मुझे आरएमएल (राम मनोहर लोहिया) अस्पताल भेज दिया गया, जहां मुझे पता चला कि श्रेया नाम की लड़की लाश मिली है, लेकिन मुझे उसे देखने की अनुमति नहीं दी गई।’’

आरएमएल अस्पताल में पीड़ितों के रिश्तेदारों में गुस्सा था, जिन्होंने दावा किया कि उन्हें शव देखने की अनुमति नहीं दी जा रही, जबकि वे सुबह से इंतजार कर रहे हैं। अधिकारियों ने पुष्टि की कि शाम सात बजे के आसपास राव आईएएस स्टडी सेंटर से जलभराव के बारे में एक कॉल प्राप्त हुई थी।

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बेसमेंट में एक लाइब्रेरी थी, जहां कई छात्र मौजूद थे, जब अचानक पानी भरने लगा। इस बीच, पुलिस ने कहा कि जिस कोचिंग सेंटर में मौतें हुईं, उसके मालिक और समन्वयक को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।

भाषा आशीष रंजन

रंजन

Follow Us

Follow us on your favorite platform:

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers