नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर दौरे के दूसरे दिन जम्मू में गृह मंत्री अमित शाह ने जनसभा में कहा कि जम्मू-कश्मीर में विकास युग शुरू हो गया है। मैं जम्मू कश्मीर को आज ये कहने आया हूं कि जम्मू कश्मीर वालों के साथ अन्याय का समय खत्म हो चुका है। अब कोई आपके साथ अन्याय नहीं कर सकता। अब जम्मू कश्मीर का विकास होगा और ये प्रदेश, देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देगा।
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शाह ने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर में आज हर गांव में ग्राम पंचायत बनी है, हर तहसील के अंदर तहसील पंचायत बनी है, हर जिले के अंदर जिला पंचायत है। अब यहां 3 परिवारों की दादागिरी नहीं चलेगी। यहां का पंच-सरपंच भी अब आगे चलकर भारत सरकार में मंत्री बन सकता है, जम्मू कश्मीर का मुख्यमंत्री बन सकता है।
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अमित शाह ने कहा कि 5 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म किया। इससे जम्मू-कश्मीर के लाखों लोगों को अपने अधिकार प्राप्त हुए। अब भारतीय संविधान के सभी अधिकार यहां के सभी लोगों को मिल रहे हैं।
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गृह मंत्री ने कहा कि पहले जम्मू में सिखों, खत्रियों, महाजनों को भूमि खरीदने का अधिकार नहीं था। जो शरणार्थी वहां से यहां आए थे, उनके अधिकार नहीं थे, वाल्मीकि, गुर्जर भाइयों के अधिकार नहीं थे। भारत के संविधान के सभी अधिकार अब मेरे इन भाइयों को मिलने वाले हैं।
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अमित शाह ने कहा कि एक जमाना था कि जम्मू-कश्मीर में कहने को पांच मगर चार ही मेडिकल कॉलेज थे। आज मैं आपको बताने आया हूं कि जम्मू-कश्मीर में अब सात नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना हो चुकी है। पहले 500 विद्यार्थी यहां से MBBS कर सकते थे, अब लगभग 2,000 विद्यार्थी यहां MBBS कर पाएंगे।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कल ये तीन परिवार वाले मुझसे सवाल पूछ रहे थे कि क्या देकर जाओगे? भाई मैं तो हिसाब लेकर आया हूं कि क्या देकर जाऊंगा। मगर 70 साल तीन परिवार वालों ने जम्मू-कश्मीर में राज किया, आपने क्या दिया इसका हिसाब लेकर आओ। आज जम्मू-कश्मीर हिसाब मांग रहा है।