भुवनेश्वर। Cyclone Dana Alert बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के मंगलवार को गहरे दबाव क्षेत्र में और अगले दिन बुधवार को चक्रवात ‘दाना’ में बदल जानें का अनुमान है। चक्रवात के रूप में तब्दील होकर 24 अक्टूबर की सुबह यह बंगाल की उत्तरी खाड़ी में पहुंचेगा। इसके बाद उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और 24 की रात अथवा 25 अक्टूबर की सुबह ओडिशा के पुरी और बंगाल के सागर दीपपुंज के बीच तट को पार करेगा। इस दौरान हवा की गति लगभग 120 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है।
Cyclone Dana Alert चक्रवात की आशंका को देखते हुए ओडिशा में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां 26 अक्टूबर तक रद कर दी गई हैं। चक्रवात के कारण ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में 23 से 25 अक्टूबर के बीच भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए मंगलवार से प्रस्तावित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का तीन दिवसीय ओडिशा दौरा भी टाल दिया गया है।
राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी के अनुसार ‘दाना’ को केंद्र में रखकर पूरे राज्य में अलर्ट जारी करने के साथ-साथ एहतियात के तौर पर 10 तटीय जिलों में ओडीआरएएफ की 17 टीमें तैनात की गई हैं। पर्यटकों से शहर खाली करने व 24-25 अक्टूबर को पुरी की यात्रा न करने तथा मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
पूरे चक्रवात की अवधि में नगर निगम का नियंत्रण कक्ष 24 घंटे संचालित रहेगा। एहतियात के तौर पर 250 राहत केंद्र व 500 अतिरिक्त राहत केंद्र बनाए गए हैं। भुवनेश्वर मौसम विभाग की निदेशिका मनोरमा महापात्र ने कहा है कि दबाव का क्षेत्र बुधवार को अत्यधिक सक्रिय हो जाएगा। इससे ओडिशा के तमाम जिलों में भारी से भारी वर्षा होगी।
चक्रवात का असर राज्य के अन्य जिलों पर भी पड़ेगा, जहां मध्यम दर्जे से लेकर भारी वर्षा का पूर्वानुमान है। वर्षा का यह क्रम 25 अक्टूबर तक जारी रहेगा। इसका असर झारखंड और बंगाल के तटीय क्षेत्रों में भी देखने को मिलेगा।
2000 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन के सौजन्य से चक्रवातों का नाम रखने का क्रम शुरू हुआ। इसके लिए बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड आदि देशों का एक पैनल है, जो चक्रवात के नामों का चयन करता है। ‘दाना’ एक अरबी नाम है, अरबी में इसका मतलब ‘उदारता’ है। इस नाम का चयन कतर ने किया है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवात ‘दाना’ के कारण तटीय ओडिशा से गुजरने वाली 178 ट्रेनों को रद कर दिया गया है। इनमें हावड़ा-सिकंदराबाद, शालीमार-पुरी सुपरफास्ट, नई दिल्ली-भुवनेश्वर, हावड़ा-भुवनेश्वर, हावड़ा-पुरी सुपरफास्ट, नई दिल्ली-पुरी, खड़गपुर-खुर्दा, संबलपुर-पुरी एक्सप्रेस आदि ट्रेनें शामिल हैं। पुरी-हावड़ा रूट पर इन ट्रेनों का परिचालन 23 से 25 अक्टूबर तक अवरुद्ध रहेगा।
भारतीय तटरक्षक बल (आइसीजी) ने मंगलवार को कहा कि वह बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवात के मद्देनजर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क है और उसने अपने जहाजों तथा विमानों को तैनात किया है।
आइसीजी ने मछुआरों और नाविकों को नियमित मौसम चेतावनी और सुरक्षा संबंधी परामर्श जारी करने के लिए बंगाल के हल्दिया और ओडिशा के पारादीप में हेलीकॉप्टर और रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशन भी तैनात किए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बंगाल में अभी तक नौ दलों को तैनात किया है।
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