जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले में सीआरपीएफ जवान नरेश जाट द्वारा आत्महत्या कर लेने के बाद परिजनों ने 7 सूत्रीय मांग को लेकर शव उठाने से मना कर दिया था। परिजन और समाज के लोग जिला अस्पताल में ही धरना प्रदर्शन पर बैठ गए थे। बीते 4 दिनों से चले आ रहे धरना प्रदर्शन आज द्विपक्षीय वार्ता के बाद समाप्त हुआ। सरकार द्वारा पीड़ित परिजनों की ओर से किये जा रहे कई मांगों को पूर्ण करने का आश्वासन दिया गया। मामले में जोधपुर पहुंची सीआरपीएफ एडीजी और परिजनों के बिच हुई वार्ता के बाद सहमति बनी।जानकारी के अनुसार मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वाएरी होगी, इसके आदेश जारी हो गए हैं। रिपोर्ट 15 दिन में आईजी विवेक वैद्य देंगे. इसके आधार पर कार्रवाई होगी।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां Click करें*<<
परिवार को सीआरपीएफ के नियमानुसार 25 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा। साथ ही अतिरिक्त राशि के बारे में केंद्र से बात की जाएगी। वहीं, मृतक की पत्नी को नौकरी मिलेगी।
वार्ता के दौरान इस पर भी सहमति बनी है कि बेटी के 12वीं तक की पढ़ाई का खर्च सीआरपीएफ उठाएगी। वहीं नरेश की पत्नी को पुनर्विवाह करने तक पेंशन भी मिलेगी। मृत जवान का परिवार सरकारी घर में रह सकेगा।नरेश के शव का कल सम्मान पूर्वक अंतिम संस्कार होगा. आईजी खुद मृत जवान के गांव जाएंगे।