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रांची, 24 मार्च (भाषा) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने सोमवार को झारखंड विधानसभा में डॉ. भीमराव आंबेडकर और जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा स्थापित करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर एक मार्च निकाला।
आंबेडकर संविधान सभा के अध्यक्ष थे, जबकि वर्तमान झारखंड से आने वाले मुंडा इसके सदस्यों में से एक थे।
भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा के नेतृत्व में निकाले गए मार्च में सैकड़ों पार्टी समर्थकों ने हिस्सा लिया।
राजा ने कहा,‘‘झारखंड विधानसभा में डॉ. भीमराव आंबेडकर और जयपाल सिंह मुंडा की मूर्तियां स्थापित नहीं की गई हैं, जबकि राज्य के गठन के कई साल बीत चुके हैं।’’
झारखंड का गठन 15 नवंबर 2000 को बिहार के दक्षिणी भाग को अलग करके किया गया था।
राजा ने आरोप लगाया कि झारखंड के खदानों और खनिजों समेत प्राकृतिक संसाधनों का कॉरपोरेट घरानों द्वारा दोहन किया जा रहा है।
यह रैली धुर्वा के शहीद मैदान से निकाली गई। इसे विधानसभा भवन के पास जाना था, लेकिन सुरक्षा बलों ने इसे रास्ते में ही रोक दिया।
दो अन्य संगठनों (झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा और झारखंड राज्य विस्थापित संघर्ष मोर्चा) ने भी संयुक्त रूप से अलग विधानसभा मार्च का आयोजन किया, जिसमें झारखंड निर्माण के लिए आंदोलन में भाग लेने वालों के लिए 50,000 रुपये मासिक पेंशन की मांग की गई।
भाषा
शुभम राजकुमार
राजकुमार
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