कानपुर: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में रामराज लाने के भले ही कई दावे करे, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। प्रदेश की महिलाओं और युवतियों के साथ आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही है, जो लगातार सरकार को कटघरे में खड़े कर रहे हैं। इसी बीच एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आपका दिल दहल जाएगा। दरअसल पति-पत्नी ने बच्चे की चाहत में एक नाबलिग की हत्या कर उसका लिवर खा लिया। बताया गया कि आरोपी पति और उसके दोस्त ने नाबालिग से पहले रेप भी किया। फिलहाल मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का आश्वासन दिया है।
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दरअसल घटना शनिवार की है, जहां गांव की एक नाबालिग अपने घर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान उसका पड़ोसी वहां आया और नाबालिग को चॉकलेट दिलाने के बहाने ले गया। बताया गया कि बच्ची के गायब होने के बाद परिजनों ने पूरी रात उसकी तलाश की, लेकिन बच्ची की लाश सुबह गांव के भद्रकाली मंदिर के पास मिली। बताया गया कि बच्ची की लाश को कुत्ते नोच रहे थे। इसके बाद मामले की जानकारी परिजनों ने पुलिस को दी।
मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस ने आरोपी पड़ोसी अंकुल और विरेंद्र को तत्काल गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि शराब पीकर बच्ची से रेप का प्रयास किया। विरोध करने पर गला दबाकर मार दिया। इसके बाद बच्ची के टुकड़े-टुकड़े कर लिवर निकाल लिया और बच्ची को खेत में फेंक दिया। वहीं, मासूम के लिवर को परशुराम और उसकी पत्नी को दे दिया, जिसे उन लोगों ने उसे खा लिया।
आरोपियों ने आगे बताया कि अंकुल के चाचा ने चाचा परशुराम और चाची सुनैना की शादी को कई साल हो गए थे, लेकिन उनको कोई औलाद नहीं थी। दोनों को कहीं से जानकारी मिली थी कि लिवर खाने से बच्च हो सकता है। इसके बाद परशुराम अंकुल और विरेंद्र को पैसे दिए और शराब भी पिलाई और इस घटना को अंजाम देने को कहा।