विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद शुरू हो जाएगी प्रधानमंत्री की विदाई की उल्टी गिनती: रमेश |

विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद शुरू हो जाएगी प्रधानमंत्री की विदाई की उल्टी गिनती: रमेश

विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद शुरू हो जाएगी प्रधानमंत्री की विदाई की उल्टी गिनती: रमेश

:   Modified Date:  September 30, 2024 / 07:35 PM IST, Published Date : September 30, 2024/7:35 pm IST

(अनवारुल हक)

नयी दिल्ली, 30 सितंबर (भाषा) कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार को हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों में अपने दल को निर्णायक जनादेश मिलने की उम्मीद जताई और दावा किया कि इस साल के विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सत्ता से विदाई की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी।

रमेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में यह आरोप भी लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में भी ध्रुवीकरण का सहारा ले रही है, लेकिन जनता उसे वही सबक सिखाएगी जो इस साल लोकसभा चुनाव में सिखाया था।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का यह भी कहना था कि राहुल गांधी का लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में आना विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के लिए ‘बूस्टर डोज’ साबित हुआ है तथा संसदीय व्यवस्था में विपक्ष का नेता एक तरह से ‘छाया प्रधानमंत्री’ होता है।

उन्होंने यह भी कहा कि ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) को और मजबूत बनाना है तथा एक संयुक्त कार्यक्रम और एजेंडा तैयार करना है।

रमेश ने विधानसभा चुनावों के परिणाम के असर के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘आठ अक्टूबर को हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के नतीजे आएंगे। चार जून, 2024 को प्रधानमंत्री को पहला धक्का लगा था। आठ अक्टूबर को दूसरा धक्का लगेगा। तीसरा धक्का महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव में लगेगा।’’

उन्होंने उम्मीद जताई कि हरियाणा में कांग्रेस को और जम्मू-कश्मीर में उनके गठबंधन को ‘निर्णायक जनादेश’ मिलेगा।

कांग्रेस महासचिव ने दावा किया कि ‘इंडियन’महाराष्ट्र और झारखंड में भी आगे है। इन दोनों राज्यों में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।

रमेश ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र और झारखंड में हम आगे हैं। हमारा चुनाव प्रचार चल रहा है। मैं कोई भविष्यवाणी नहीं करता। लेकिन हमें पूरा विश्वास है कि नवंबर में जब महाराष्ट्र और झारखंड में नतीजे आएंगे तो प्रधानमंत्री का ‘काउंटडाउन’ (उल्टी गिनती) शुरू हो जाएगा।’’

यह पूछे जाने पर कि यदि विधानसभा चुनावों के नतीजे भाजपा के खिलाफ होते हैं तो क्या वह केंद्र सरकार के लिए कोई खतरा देखते हैं, रमेश ने कहा, ‘‘जो साफ साफ नजर आ रहा है, उसे देखने की क्षमता प्रधानमंत्री को होनी चाहिए। चार जून का जनादेश उनके पक्ष में तो नहीं था, उनके खिलाफ था।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए ‘डेमोक्रेसी’ (लोकतंत्र) कुछ और नहीं, बल्कि ‘डेमोकुर्सी’ है।

रमेश ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए कटाक्ष किया, ‘‘आगे देखिए कि पटना और अमरावती में ऊंट किस करवट बैठेगा?’’

उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी की यात्रा और सभाओं का हरियाणा के चुनाव में सकारात्मक असर होगा।

रमेश ने कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा की पिछले दिनों की कथित नाराजगी से जुड़े सवाल पर कहा, ‘‘सैलजा जी वरिष्ठ नेता हैं। उन्होंने खुद कहा है कि कांग्रेस उनके खून में हैं और उनका डीएनए नहीं बदल सकता। वह चुनाव में पूरी तरह लगी हुई हैं।’’

कांग्रेस महासचिव ने राहुल गांधी की नेता प्रतिपक्ष (एलओपी)की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘वह आक्रामक ढंग से नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने जनता के मुद्दे उठाए हैं। ‘इंडिया’ गठबंधन को हमें और मजबूत बनाना है, एक संयुक्त कार्यक्रम और एजेंडा तैयार करना है।’’

उनका कहना था, ‘‘राहुल गांधी के एलओपी बनने के बाद कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन में एक नया जोश आया है। यह हमारे के लिए एक बूस्टर डोज है।’’

भाषा हक

हक धीरज

धीरज

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)