नई दिल्ली। भारत में वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है, इसको लेकर दिल्ली में सरकार द्वारा गठित सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की अहम बैठक चल रही है, जिसमें तीन वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल पर विचार किया जा रहा है। बैठक में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका, भारत बायोटेक और फाइजर की वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी पर चर्चा हो रही है।
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बता दें कि भारत में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया जा रहा है, वहीं 2 जनवरी को देशभर के सभी राज्यों की राजधानी में कोरोना वायरस के वैक्सीनेशन का ड्राई रन होगा, जिसमें कोरोना वैक्सीन से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को परखने का काम किया जाएगा। हर राज्य अपने राज्य की राजधानी के 3 पॉइंट पर ड्राई रन आयोजित करेंगे। इससे पहले 28 और 29 दिसंबर को देश के 4 राज्यों में ड्राई रन का आयोजन किया गया था।
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ड्राई रन के दौरान यह परखा जाएगा कि जिन जिलों में वैक्सीन को स्टोर किया जाना है, वहां से राज्य के आखिरी पॉइंट तक पहुंचने में कुछ दिक्कत तो नहीं आ रही है। इसके अलावा कनेक्टिविटी, इंफ्रास्ट्रक्चर, रेफ्रिजरेशन और ट्रांसपोर्टेशन को भी ड्राई रन के दौरान परखा जाएगा। जहां वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी की जानी है, वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग को कैसे मेंटेन किया जाएगा, इसकी भी जांच की जाएगी। टीकाकरण का सारा डाटा कोविन (Co-Win) ऐप पर अपलोड किया जाना है तो ड्राई रन के दौरान यह भी देखा जाएगा कि डाटा अपलोड में कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है ।
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टीकाकरण के दौरान दो हेल्पलाइन नंबर रहेंगे, जिसमें किसी भी समस्या को लेकर मदद मांगी जा सकती है। टीकाकरण के लिए बने एंपावर्ड ग्रुप में अभी तक पहले चरण में वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य सेवा से जुड़े तकरीबन एक करोड़ लोगों को टीकाकरण की सिफारिश की है, इसके बाद प्राथमिकता के आधार पर 27 करोड़ लोगों के लिए टीकाकरण की सिफारिश की गई है।