रांची: झारखंड में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से इजाफा हो रहा है। रोजाना सैकड़ों नए मामले सामने आ रहे हैं। राज्य में हालात काबू सये बाहर होते नजर आ रहा है। हालात को देखते हुए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने कंटेनमेंट जोन में रह रहे संक्रमितों को पेट में कीड़े मारने की दावा यानि आइवरमैक्टिन खिलाने का फैसला लिया है। इस संबंध में सरकार ने दिशा निर्देश जारी कर दिया है।
सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार कंटेनमेंट जोन में रह रहे संक्रमितों को अब आइवरमैक्टिन की दवा दी जाएगी। स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने बताया कि कई देशों में कोरोना संक्रमितों को आइवरमैक्टिन की दवा दी जा रही है और यह कारगर भी साबित हुआ है। इसके बाद अब राज्य सरकार ने हाई रिस्क जोन में रह रहे लोगों को भी यह दवा देने का फैसला लिया है। इसके तहत किसी पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले एक वयस्क व्यक्ति को 12 मिली ग्राम की एक गोली पहले और सातवें दिन रात को खाना खाने के दो घंटे के बाद खानी है।
उन्होंने आगे बताया कि कोरोना मरीजों का इलाज करने में लगे कोरोना वॉरियर्स जैसे डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को संक्रमित मरीज के संपर्क में आने के बाद पहले, सातवें और तीसवें दिन रात को यह गोली खानी होगी। एक महीने यह ट्रीटमेंट चलने के बाद फिर हर महीने एक गोली खानी है।
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वहीं, कंटेंनमेंट जोन में रह रहे लोगों के लिए यह आदेश दिया गया है कि पॉजिटिव व्यक्ति के करीब के लोगों को पहले और सातवें दिन रात खाना खाने के बाद एक 12 मिलीग्राम की एक गोली खानी है। इसके साथ ही आदेश में कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन में पॉजिटिव व्यक्ति के करीब के लोगों को पहले और सातवें दिन रात खाना खाने के बाद एक 12 मिलीग्राम की एक गोली खानी है।
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