कोलकाता, 15 दिसंबर (भाषा) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर शिक्षक संघ (आईआईटीटीए) ने परिसर के अंदर स्थित ज्यादातर स्वास्थ्य सुविधाओं को करीब चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित नये डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल (एसपीएमएसएच) में स्थानांतरित करने संबंधी संस्थान के अधिकारियों के निर्णय का विरोध किया है।
संस्थान के प्रबंधन ने दलील दी है कि इस कदम का उद्देश्य अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और मरीजों के लिए आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं सहित अस्पताल की क्षमता का अधिकतम उपयोग करना है।
यह मुद्दा उठाते हुए आईआईटीटीए ने शनिवार को अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा कि इस तरह के किसी भी स्थानांतरण से विद्यार्थियों सहित परिसर के लोगों को काफी असुविधा होगी और इसे निरस्त किया जाना चाहिए।
संस्थान द्वारा 12 दिसंबर को जारी अधिसूचना का हवाला देते हुए शिक्षक संघ ने पत्र में कहा, ‘‘संस्थान के प्रशासन ने परिसर में स्थित डॉ. बी. सी. रॉय टेक्नोलॉजी अस्पताल (बीसीआरटीएच) के कर्मियों और बुनियादी ढांचे को नए एसपीएमएसएच में स्थानांतरित करने का आदेश दिया है, जो परिसर से चार किलोमीटर दूर बलरामपुर में स्थित है।’’
पत्र में कहा गया है, ‘‘बीसीआरटीएच में केवल आपातकालीन प्राथमिक देखभाल और फार्मेसी ही रहेंगी। यह बदलाव विद्यार्थियों सहित परिसर में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ा व्यवधान बनने जा रहा है। हम इस बात से स्तब्ध हैं कि शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों या विद्यार्थियों का प्रतिनिधित्व करने वाले किसी भी मान्यता प्राप्त संगठन से कभी भी परामर्श नहीं किया गया। हालांकि ‘अस्पताल प्रबंधन समिति’ नामक एक समिति मौजूद है जिसमें इन सभी हितधारकों का प्रतिनिधित्व शामिल है।’’
आईआईटी खड़गपुर के प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि इस कदम का उद्देश्य उन्नत बुनियादी ढांचे के साथ परिसर के भीतर और बाहर रहने वाले लोगों को बेहतर विशिष्ट उपचार उपलब्ध कराना है।
भाषा धीरज सुभाष
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