नई दिल्ली। भारत-चीन ने लद्दाख से अपनी-अपनी सेनाएं तो पीछे जरुर कर लिए हैं लेकिन तनाव अभी भी कम नहीं हुआ है। चीन ने लद्दाख से अपनी सेना को दो किलोमीटर पीछे बुला लिया है। वहीं भारत ने भी अपने जवानों को 1 किमी पीछे कर लिया है।
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चीन ने नियंत्रण रेखा के पास करीब 5 हजार सैनिकों को तैनात कर लिया है। भारत ने भी इस बार पीछे न हटने का इरादा पक्का कर लिया और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए नियंत्रण रेखा पर अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है। इसी बीच अब खबर आ रही है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) यानी LAC के पास भारत ने हवाई पट्टी का भी निर्माण तेज़ किया है।
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इंडियन एयरफोर्स की ओर से दक्षिण कश्मीर में बिज्बेहरा इलाके के पास NH-44 पर हवाई पट्टी बनाने का काम एक बार फिर तेज कर दिया गया है। इस हवाई पट्टी की लंबाई तीन किलोमीटर के करीब है। बताया जा रहा है कि चीन के साथ चल रहे विवाद के बीच ही इस पट्टी का निर्माण शुरू हुआ है। बता दें कि इस बार भारत किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं है।
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गौरतलब है कि LAC के पास चीन लगातार निर्माण कर रहा है और तेजी से हथियारों की स्पलाई भी तेज करने में जुटा हुआ है। चीन के किसी भी हमले का जवाब देने के लिए 60 बोफोर्स आर्टिलरी गन को लद्दाख के पास भेजा जा रहा है।
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भारतीय सेना की ओर से पहले ही कह दिया गया है कि वह हर मसले का हल बातचीत से निकालने को तैयार है। इसके बावजूद दूसरी ओर से कोई गतिविधि होती है तो वह उससे निपटने के लिए भी पूरी तरह से तैयार है।