Parliament Session 2024: नई दिल्ली। संसद सत्र के आज चौथे दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा और राज्यसभा को संयुक्त रूप से संबोधित किया। इस दौरान कई देश के मुद्दे उठाए गए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने नाराजगी जताई। कहा कि 49 साल बाद संबोधन में आपातकाल के बारे में बात करने का कोई तर्क नहीं था। उन्हें आज के मुद्दों पर बोलना चाहिए था। हमने NEET परीक्षा या बेरोजगारी के बारे में कुछ नहीं सुना। मणिपुर शब्द राष्ट्रपति मुर्मू या पीएम मोदी से नहीं निकला। भारत-चीन सीमा जैसे मुद्दों को संबोधन में उठाया जाना चाहिए था।
वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आगे कहा कि हमने NEET परीक्षा के बारे में कुछ नहीं सुना, हमने युवाओं के बोरोजगारी के बारे में कुछ नहीं सुना। ये बहुत जरूरी विषय है। NEET मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कार्रवाई होनी चाहिए। हम ये भी समझना चाहते हैं कि मैनेजमेंट क्यों इतना बुरा हुआ? कभी परीक्षा रद्द होती है, कभी किसी को ग्रेस नंबर मिल जाते हैं। हमें इन सब पर अच्छी जानकारी चाहिए।
#WATCH दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “हमने NEET परीक्षा के बारे में कुछ नहीं सुना, हमने युवाओं के बोरोजगारी के बारे में कुछ नहीं सुना। ये बहुत जरूरी विषय है…।”
NEET मुद्दे पर उन्होंने कहा, “कार्रवाई होनी चाहिए। हम ये भी समझना चाहते हैं कि मैनेजमेंट क्यों इतना बुरा… pic.twitter.com/M4NnULkgxF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 27, 2024
Parliament Session 2024: बता दें कि परीक्षाओं की ‘अखंडता’ से समझौता किए जाने के इनपुट के बाद यूजीसी-नेट और नेट पीजी सहित एजेंसी द्वारा आयोजित कई परीक्षाएं रद्द कर दी गईं। शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए के महानिदेशक सुबोध सिंह को हटा दिया है और मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआइ को सौंप दी गई है।
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