बेंगलुरु, 30 (भाषा) कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने 31 अगस्त को ‘राजभवन चलो’ का आह्लान किया है और कहा है कि इसका उद्देश्य राज्यपाल थावरचंद गहलोत को इस बात से अवगत कराना है कि उन्होंने मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण भूखंड आवंटन में कथित घोटाले के लिए मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ मुकदमा चलाने के वास्ते अवैध आदेश जारी किया है।
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि पार्टी जिला स्तर पर भी प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने ‘राजभवन चलो’ मार्च का निर्णय लिया है।’’
परमेश्वर ने कहा कि सांसद, विधायक और विधान परिषद के सदस्य इस प्रदर्शन में शामिल होंगे।
परमेश्वर ने ‘राजभवन चलो’ का आह्वान करने की वजह बताते हुए कहा कि मंत्रिमंडल पहले ही निर्णय ले चुका है कि मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण भूखंड आवंटन में हुए कथित घोटाले में मुख्यमंत्री पर मुकदमा और जांच की अनुमति अवैध है।
मंत्री ने कहा, ‘‘हमने राज्यपाल को कई सबूत दिए हैं, लेकिन उन्होंने उन पर गौर नहीं किया। इसलिए हम अदालत गए। हमें नहीं पता कि अदालत क्या फैसला करेगी, लेकिन हमें राज्यपाल को भी सूचित करना होगा।’’
उन्होंने कहा कि चूंकि इस मुद्दे ने राजनीतिक मोड़ ले लिया है, इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ता शनिवार को प्रदर्शन करेंगे।
परमेश्वर ने कहा, ‘‘हम अदालत में लड़ेंगे, सड़क पर लड़ेंगे और राज्यपाल को समझाएंगे।’’
इस बीच, उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने यहां पत्रकारों से कहा कि उन्होंने शनिवार को राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और कुछ मंत्री गहलोत से मिलेंगे तथा उन्हें लंबित विधेयकों के बारे में जानकारी देंगे। इसी के साथ वे पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के तीन पूर्व मंत्रियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति देने का अनुरोध करेंगे।
भाषा प्रीति नेत्रपाल
नेत्रपाल
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