कंगना को भाजपा से निष्कासित किया जाए, प्रधानमंत्री स्पष्टीकरण दें : कांग्रेस |

कंगना को भाजपा से निष्कासित किया जाए, प्रधानमंत्री स्पष्टीकरण दें : कांग्रेस

कंगना को भाजपा से निष्कासित किया जाए, प्रधानमंत्री स्पष्टीकरण दें : कांग्रेस

:   Modified Date:  September 25, 2024 / 07:46 PM IST, Published Date : September 25, 2024/7:46 pm IST

नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद कंगना रनौत की एक टिप्पणी को लेकर बुधवार को सत्तारूढ़ पार्टी पर तीखा प्रहार किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह निरस्त किये जा चुके तीनों ‘काले’ कृषि कानूनों को फिर से लाना चाहते हैं या नहीं।

मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि यदि भाजपा कंगना के रुख से सहमत नहीं है तो उन्हें पार्टी से निष्कासित करे।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कंगना रनौत की एक टिप्प्णी को लेकर आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी की रग-रग में किसान विरोधी नफ़रती मानसिकता बसी हुई है और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी के ख़िलाफ़ है।

खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘750 किसानों की शहादत के बाद भी किसान विरोधी भाजपा और मोदी सरकार को अपने घोर अपराध का अहसास नहीं हुआ। किसान-विरोधी तीन काले कानूनों को फिर से लागू करने की बात की जा रही है। कांग्रेस पार्टी इसका कड़ा विरोध करती है।’’

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री ने उन कानूनों को फिर से लाने जैसा कोई कदम उठाया तो ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) उसका पुरजोर विरोध करेगा और उन्हें एक बार फिर माफी मांगनी पड़ेगी।

गांधी ने एक वीडियो में कहा, ‘‘भाजपा के लोग विचारों को लेकर जांच-परख करते रहते हैं। वे किसी से कहते हैं कि सार्वजनिक रूप से विचार रखिए और फिर देखते हैं कि प्रतिक्रिया क्या होती है। यही हुआ है। इनके एक सांसद ने काले कृषि कानूनों को फिर से लाने की बात की है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी स्पष्ट कीजिए कि क्या आप उन कानूनों को फिर से लाना चाहते हैं। आप फिर से ‘बदमाशी’ तो नहीं करेंगे?’’

उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने शहीद किसानों के लिए संसद में दो मिनट का मौन भी नहीं रखने दिया था।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘सरकार की नीति कौन तय कर रहा है? एक भाजपा सांसद या प्रधानमंत्री मोदी? सात सौ से ज्यादा किसानों, खासकर हरियाणा और पंजाब के किसानों की शहादत लेकर भी भाजपा वालों का मन नहीं भरा।’’

गांधी ने कहा, ‘‘ ‘इंडिया’ गठबंधन हमारे अन्नदाताओं के विरुद्ध भाजपा का कोई भी षड्यंत्र कामयाब नहीं होने देगा। यदि किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए कोई भी कदम उठाया जाएगा तो मोदी जी को फिर से माफी मांगनी पड़ेगी।’’

गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कंगना रनौत का बयान किसानों की शहादत का अपमान है। हमारी मांग है कि कंगना को भाजपा से निष्कासित किया जाए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर कंगना को निष्कासित नहीं किया जाता, तो ये माना जाएगा कि भाजपा और नरेन्द्र मोदी किसानों की शहादत का अपमान कर रहे हैं तथा मोदी अपने मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए तीनों काले कानून वापस लाने की साजिश रच रहे हैं।’’

कंगना रनौत ने मंगलवार को कहा था, ‘‘किसान भारत की प्रगति के शक्तिस्तंभ हैं। केवल चंद राज्यों में ही उन्होंने कृषि कानूनों का विरोध किया। मैं हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि किसानों के हित में इन कृषि कानूनों को वापस लाया जाए।’’

हालांकि विवाद बढ़ने के बाद भाजपा सांसद ने 2021 में निरस्त किये गये कृषि कानूनों को वापस लाने की मांग संबंधी अपना बयान बुधवार को वापस ले लिया और कहा कि ये उनके ‘निजी’ विचार हैं और पार्टी के रूख को प्रदर्शित नहीं करते हैं।

भाषा हक

हक वैभव

वैभव

 

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