नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) अदाणी समूह के महाराष्ट्र को दीर्घावधि के लिए 6,600 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा और ताप बिजली आपूर्ति की बोली जीतने पर कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि यह महायुति सरकार द्वारा किया गया एक ‘‘धांधली वाला सौदा’’ है।
पार्टी ने दावा किया कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति सरकार ‘‘करारी हार की ओर बढ़ रही है।’’
अदाणी समूह ने महाराष्ट्र को दीर्घावधि के लिए 6,600 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा और ताप बिजली की आपूर्ति की बोली जीत ली है। कंपनी ने इसके लिए 4.08 रुपये प्रति यूनिट की बोली लगाई और जेएसडब्ल्यू एनर्जी और टॉरेंट पावर को पीछे छोड़ दिया।
इस घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘‘यह तय है कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति सरकार करारी हार के साथ सत्ता से बाहर होने जा रही है। फिर भी उन्होंने अपने आखिरी के कुछ दिनों में ये करना चुना है। निस्संदेह यह ‘मोदाणी’ का एक और कारनामा है।’’
रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जल्द ही धोखाधड़ी से भरे इस रिग्ड डील (धांधली वाले सौदे) के चौंकाने वाले विवरण सामने आने लगेंगे।’’
मामले की जानकारी रखने वाले दो सूत्रों ने बताया कि 25 साल के लिए नवीकरणीय और ताप बिजली दोनों की आपूर्ति के लिए अदाणी समूह की बोली महाराष्ट्र द्वारा फिलहाल खरीदी जा रही बिजली की दर से एक रुपये यूनिट कम है। इससे राज्य को भविष्य की बिजली जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
आशय पत्र (एलओआई) जारी होने की तारीख से 48 माह में बिजली की आपूर्ति शुरू होनी है।
बाद में, अदाणी समूह ने एक बयान में पीटीआई-भाषा की खबर की पुष्टि की।
महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरण कंपनी (एमएसईडीसीएल) अदाणी पावर को 6,600 मेगावाट के लिए आशय पत्र (ईओआई) जारी करेगी।
भाषा
शफीक दिलीप
दिलीप
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