नयी दिल्ली, 10 नवंबर (भाषा) देश भर के स्कूलों में दर्शनशास्त्र पढ़ाने की चुनौतियों और फायदों पर चर्चा करने के लिए प्रमुख दार्शनिक, शिक्षाविद् और स्कूली शिक्षक दिल्ली विश्वविद्यालय के एक कॉलेज में दो दिवसीय सम्मेलन में एकत्रित होंगे।
इस सम्मेलन का विषय ‘स्कूल स्तर पर दर्शनशास्त्र शिक्षण : समस्याएं एवं संभावनाएं’ है, जिसका आयोजन 19-20 नवंबर को माता सुंदरी महिला कॉलेज में भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद (आईसीपीआर) के सहयोग से किया जाएगा।
कॉलेज ने एक बयान में कहा कि वक्ताओं में बेयरफुट फिलॉसफर्स इनिशिएटिव के संस्थापक प्रोफेसर सुंदर सरुक्कई, प्रोफेसर कपिल कपूर, प्रोफेसर अरिंदम चक्रवर्ती, प्रोफेसर भगत ओइनाम और कोयंबटूर के स्कूल के शिक्षक शामिल होंगे। वे इस विषय पर अपने अनुभव साझा करेंगे कि दर्शनशास्त्र को स्कूली शिक्षा में किस प्रकार एकीकृत किया जा सकता है।
माता सुंदरी कॉलेज की प्रधानाचार्य प्रोफेसर हरप्रीत कौर ने कहा, ‘‘यह सम्मेलन दर्शनशास्त्र को स्कूली शिक्षा में एकीकृत करने, आलोचनात्मक सोच की संस्कृति को बढ़ावा देने और इस अनुशासन के लिए एक मजबूत आधार स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।’’
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