भुवनेश्वर, नौ जनवरी (भाषा) ओडिशा को असीम अवसरों की भूमि बताते हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बृहस्पतिवार को प्रवासी भारतीयों से राज्य की विकास यात्रा में भाग लेने का आह्वान किया।
माझी ने 18वें प्रवासी भारतीय दिवस के उद्घाटन समारोह में कहा, ‘ओडिशा सिर्फ अपने गौरवशाली अतीत और प्राकृतिक सुंदरता के लिए ही नहीं जाना जाता, बल्कि यह भविष्य के लिए असीम अवसरों की भूमि भी है।’
ओडिशा के निवेशक-अनुकूल माहौल पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य अब भारत में निवेश के लिए सबसे आकर्षक स्थलों में से एक बन गया है।
उन्होंने कहा, “प्रमुख उद्योगों को बढ़ावा देने वाले खनिज संसाधनों की समृद्ध संपदा और तेजी से बढ़ते आईटी, कृषि प्रसंस्करण और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के साथ ओडिशा एक मजबूत विकास पथ पर अग्रसर है।”
माझी ने जलवायु-अनुकूल कृषि और युवा कौशल विकास में ओडिशा की उपलब्धियों पर जोर देते हुए कहा, “राज्य ने इन क्षेत्रों में अपने लिए एक अलग पहचान बनाई है। हमारा विश्व स्तरीय खेल बुनियादी ढांचा उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य दक्षिण-पूर्व एशिया से जुड़ने के लिए बंदरगाहों और शिपिंग गलियारों का विकास करके अपनी समुद्री विरासत को आगे बढ़ा रहा है, जिससे व्यापार में तेजी आएगी और वैश्विक व्यवसायों के लिए रसद लागत कम होगी।
माझी ने कहा, “विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे, निवेशक-अनुकूल नीतियों और युवा कुशल कार्यबल के साथ, ओडिशा व्यवसायों और उद्यमियों के लिए एक आदर्श स्थान है।’ उन्होंने कहा कि यह राज्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन ‘पूर्वोदय’ के केंद्र में है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं आप सभी से इन अवसरों का लाभ उठाने और अपनी मातृभूमि के विकास और समृद्धि में योगदान देने का आग्रह करता हूं। वैश्विक भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्य के रूप में, आप दुनिया के लिए हमारे दूत हैं। मैं आपको ओडिशा और भारत के उज्ज्वल भविष्य को आकार देने में हमारे साथ मिल कर काम करने के लिए आमंत्रित करता हूं। हम सब मिलकर 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।’
भाषा नोमान संतोष
संतोष
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